छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोविड अस्पताल में आग लगने की घटना सामने आई है। रायपुर ( Raipur )के पचपेड़ी नाका इलाके में राजधानी नाम के कोविड अस्पताल में शनिवार शाम आग लग गई। घटना में पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गई।मृतकों में तीन महिलाएं शामिल हैं।
आग की वजह से अस्पताल के सभी कमरों में धुआं भर गया। पहले से ही सांस की तकलीफ झेल रहे मरीजों का दम घुटने लगा। हड़बड़ाकर उनके घर वालों ने हॉस्पिटल में लगे कांच को तोड़कर धुआं बाहर निकलने की जगह बनाई। फायर फाइटर्स भी मौके पर पहुंच गए। कुछ मरीजों को निकालकर एंबुलेंस के जरिए दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
रायपुर ( Raipur ) में राजधानी अस्पताल के बाहर मौजूद परिजनों ने बताया कि अचानक आग लगने के बाद अस्पताल में अफरातफरी मच गई। कोरोना वार्ड होने की वजह से हम बाहर थे। लेकिन जैसे ही धुंआ निकलता देखा, हम सावधानी बरतते हुए अंदर पहुंचे। अंदर चारों और धुआं भरा था। घुटन महसूस हो रही थी। इसके बाद सबसे पहले हमने अस्पताल के खिड़की को तोड़कर हवा आने-जाने के लिए जगह बनाई। फिर मरीजों को लेकर नीचे पहुंचे। उन्होंने कहा कि ऊपर पहुंचने के बाद कुछ वार्ड बुरी तरह जल गए थे, आग से केबिन के शीशे टूटकर जमीन पर पड़े हुए थे।
जब रायपुर ( Raipur )के राजधानी अस्पताल में आग लगी तब कोविड-19 वार्ड और अस्पताल के लगभग हर हिस्से में मरीज थे। चर्चा है कि अचानक किसी मशीन में हुए शॉर्ट सर्किट की वजह से ये आग लगी। अस्पताल में वायरिंग पूरी तरह से झुलसने की वजह से आग तेजी से कमरों में फैली।
वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना पर शोक जताया है तथा मृत मरीजों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
उन्होंने शोक संतप्त परिवार के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मृत लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।