कोरोना( COVID-19 ) संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( UK Prime Minister Boris Johnson ) ने अपना भारत दौरा टाल दिया है। अब वह कुछ दिनों के बाद भारत आने का प्लान बना सकते हैं। जॉनसन 25 अप्रैल को भारत आने वाले थे, लेकिन भारत में कोरोना की वजह से बने मौजूदा हालात को देखते हुए इसे टाल दिया गया है।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी ।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ( Arindam Bagchi )ने कहा कि यह फैसला दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से किया है।उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आपसी सहमति से यह निर्णय किया गया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अगले सप्ताह भारत यात्रा पर नहीं आयेंगे।’’
इससे पहले बोरिस जॉनसन ( Boris Johnson )को गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर चीफ गेस्ट के तौर पर न्योता भेजा गया था। लेकिन उस वक्त ब्रिटेन में महामारी की वजह से उन्हें अपना दौरान रद्द करना पड़ा था। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों की सहमति से यह फैसला किया गया है। दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए आने वाले दिनों में वर्चुअल मीटिंग की जाएगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्ष आने वाले दिनों में डिजिटल बैठक आयोजित करेंगे, जिसमें भारत-ब्रिटेन संबंधों के लिये योजनाएं पेश की जायेंगी।
लंदन में डाउनिंग स्ट्रीट ने भी सोमवार को जानकारी दी कि जॉनसन का दौरा रद्द कर दिया गया है।हालांकि, जॉनसन भविष्य की ब्रिटेन-भारत साझेदारी के लिए अपनी योजनाओं की शुरुआत के लिहाज से इस महीने के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। उनकी आमने-सामने मुलाकात इस साल के आखिर में होने की संभावना है।
डाउनिंग स्ट्रीट ने ब्रिटिश और भारतीय सरकारों की ओर से एक संयुक्त वक्तव्य में कहा, ‘‘कोरोना वायरस के मौजूदा हालात की वजह से प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सप्ताह भारत यात्रा नहीं कर सकेंगे।’’
बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉनसन ब्रिटेन और भारत के बीच भविष्य की साझेदारी के लिहाज से अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं पर सहमति बनाने और उन्हें शुरू करने के लिए इस महीने के आखिर में बातचीत करेंगे।’’
भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच जॉनसन पर अपनी यात्रा को रद्द करने का दबाव था। इस सप्ताहांत में ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने उनसे आग्रह किया था कि वह यात्रा स्थगित करें और जूम से डिजिटल तरीके से चर्चा करें।इससे पहले इस यात्रा को छोटा करके एक दिन करने की घोषणा की गयी थी।
गणतंत्र दिवस पर भारत को शुभकामनाएं देते हुए बोरिस ( Boris Johnson )ने कहा था कि मैं इस साल भारत आने के लिए उत्सुक हूं, ताकि हमारी दोस्ती को मजबूत कर सकें, रिश्तों को आगे बढ़ा सकें। मैं जून में होने वाली जी7 समिट से पहले ही भारत आऊंगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जून में ब्रिटेन जा सकते हैं। यहां वे जी7 समिट में हिस्सा लेंगे। कॉर्नवाल में होने वाली समिट के लिए मोदी को ब्रिटेन ने न्योता भेजा था।जी7 में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं।