महाराष्ट्र (Maharashtra ) के नासिक ( Nashik ) में बुधवार को अस्पताल में ऑक्सीजन लीक हो गई थी, जिसके बाद सप्लाई बंद कर दी गई। ऐसे में वेंटिलेटर पर मौजूद 24 कोरोना मरीजों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। हादसे की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, नासिक( Nashik ) के जाकिर हुसैन अस्पताल में वॉल्व खुला रहने की वजह से ऑक्सीजन (oxygen) लीक हो गई थी। लीकेज बंद करने के लिए अस्पताल में सप्लाई रोक दी गई। उस वक्त अस्पताल में 67 मरीज वेंटिलेटर पर थे, जिन्हें ऑक्सीजन मिलनी बंद हो गई। ऐसे में 24 मरीजों ने दम तोड़ दिया।अस्पताल में करीब 171 मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही थी ।
लीकेज के कारण अस्पताल में 30 मिनट तक ऑक्सीजन सप्लाई बाधित रही। इसके कारण वेंटिलेटर पर रखे गए 24मरीजों की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, अभी कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि संभवतः ऑक्सीजन सप्लाई में आई रुकावट की वजह से इन मरीजों की मौत हुई है।
नासिक( Nashik ) के जिला कलेक्टर के मुताबिक, इस हादसे में मरने वालों की संख्या अब 24 हो गई है। बता दें कि अभी तक हादसे में 11 लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली थी।नासिक के मेयर सतीश कुलकर्णी ने देर शाम दो और मौतों की पुष्टि की। दोपहर दो बजे के करीब हुई इस घटना में 22 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि टैंकर के वॉल्व में दिक्कत होने के कारण काफी ऑक्सीजन लीक होने लगी थी। अस्पताल पर निश्चित रूप से इसका असर पड़ना था, लेकिन मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं थी। इस घटनाक्रम की पूरी जानकारी जुटाने के बाद हम प्रेस नोट जारी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से मरीजों की जान जाने पर दुख जाहिर किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों से संवेदना जताई।