अविभाजित मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के पूर्व उप मुख्यमंत्री प्यारेलाल कंवर के बेटे हरीश कंवर, बहू सुमित्रा कंवर और उनकी चार साल की बेटी आशी की हत्या कर दी गई है। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरवा ( Korba )जिले में पूर्व उप मुख्यमंत्री प्यारेलाल कंवर के परिवार के तीन लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। हैरत की बात ये है कि वारदात को किसी पराये ने नहीं बल्कि हरीश कंवर के भाई हरभजन कंवर ने ही अंजाम दिया। बताते हैं कि संपत्ति पर कब्जे को लेकर दोनों भाइयों के बीच विवाद चल रहा था। इस अमानवीय साजिश में हरभजन की पत्नी, उसका साला और एक दोस्त भी शामिल था। कहा जा रहा है कि हरीश ने एक साल से एक संपत्ति पर कब्जा कर रखा था, जिसके चलते विवाद में यह घटना हुई।
कोरवा ( Korba ) पुलिस ने बताया कि जिले के भैसमा गांव में तीनों के शव मिले हैं। इधर घटना सुनने के बाद कांग्रेस के मंत्री जय सिंह अग्रवाल समेत वरिष्ठ नेता उनके घर पर पहुंचे हैं। कोरबा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने कहा कि हरीश कंवर, सुमित्रा कंवर और आशी कंवर का शव घर से बरामद किया गया है। पुलिस ने हरभजन कंवर, उसके साले परमेश्वर और दोस्त रामप्रसाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद घटना की पूरी तस्वीर साफ हो गई। पुलिस ने बताया कि हरभजन की पत्नी धनकौर और उसके भाई परमेश्वर ने ही पूरी वारदात की साजिश रची थी।
कोरवा ( Korba )पुलिस सूत्रों के अनुसार हरभदन कंवर, रामप्रसाद और परमेश्वर सुबह चार बजे के आसपास हरीश कंवर के घर में घुसे थे। यहां उन्होंने सो रहे तीनों लोगों पर चाकू और हंसिए जैसे हथियारों से कई वार किए और कुछ मिनटों में ही तीनों की हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार हरीश कंवर के चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर कटने के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों ने जब वारदात को अंजाम दिया तब हरीश की मां वहीं मौजूद थीं, जिन्होंने पूरी घटना को अपनी आंखों से देखा। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों वहां से फरार हो गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रामप्रसाद बचने के लिए अपने कपड़े जलाकर अस्पताल में भर्ती हो गया था।