उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ ( Lucknow) में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं सरकारी दावे फेल झूठे साबित हो रहे है राजधानी लखनऊ में हालात काफी खराब हैं। यहां 52 हजार ऐसे मरीज हैं जिनका इलाज चल रहा है। ऐसे में एक-एक बेड के लिए मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। अगर किसी तरह किसी अस्पताल में बेड मिल भी रहा है तो ऑक्सीजन के इंतजाम खुद ही करने पड़ रहे हैं।
राजधानी लखनऊ ( Lucknow) के दो प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो जाने से परिजनों में हड़कंप मच गया। शहर के मेयो हॉस्पिटल के गेट के बाहर ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म होने और मरीजों को हायर सेंटर ले जाने का नोटिस चस्पा कर दिया गया है। जिससे हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया।
इसी तरह टीएस मिश्रा हॉस्पिटल में भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। नोटिस लगते ही मरीजों के परिजन दहशत में आ गए और गुहार लगाने लगे।जिसके बाद करीब 30 मरीजों को टीएस मिश्रा हॉस्पिटल से ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। हालांकि, केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में कोविड के 350 बेड सक्रिय हैं पर आवश्यकता के मुताबिक बेड की संख्या काफी कम है।
वहीं, दूसरी तरफ मरीजों के परिजन ऑक्सीजन सिलेंडर लेने और रिफिल करवाने के लिए सेंटर के बाहर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं। इन सबके बीच प्रदेश सरकार का दावा है कि ऑक्सीजन की बिल्कुल भी कमी नहीं है।
बता दें कि राजधानी लखनऊ ( Lucknow) में मंगलवार को भी ऑक्सीजन सप्लायरों के यहां सिलेंडर की रिफिलिंग व नए सिलेंडर लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। हाल ये रहा कि सप्लायरों की दुकानें बंद होने पर भी लोग बाहर खड़े इंतजार करते रहे। सिलेंडर की रिफिलिंग कराने में लोगों का पूरा दिन बीत गया। इस पर भी आधे से अधिक लोगों का निराश ही लौटना पड़ा।
कोरोना संक्रमण से हालात भयावह होते जा रहे हैं। होम आइसोलेशन में मरीजों की हालत बिगड़ने पर भी अस्पतालों में बेड न मिलने पर डॉक्टरों की सलाह पर तीमारदार घर में ही ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके चलते सप्लायरों ने मोटी रकम जमा कराकर सिलेंडर किराए पर देने शुरू किए। बड़ी संख्या में लोगों ने सिलेंडर खरीद भी लिए। जबकि अस्पतालों में भी ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति इन दिनों कई गुना बढ़ी हुई है। इसके चलते सप्लायरों के यहां ऑक्सीजन सिलेंडर कि किल्लत हो गई है। वहीं, सिलेंडर की रिफिलिंग के लिए भी इस कदर लोग उमड़ रहे हैं कि सप्लायर सुबह व शाम को कुछ देर के लिए ही दुकान खोलते हैं।
चौक के लाजपत नगर स्थित ऑक्सीजन सप्लायर फर्म स्टार ट्रेडर्स मंगलवार को सुबह कुछ घंटे के लिए खुली तो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मगर फर्म संचालक सुषमा शर्मा ने रिफिलिंग के लिए सिलेंडर जमा करा लिए और कुछ घंटे बाद आने की बात कहकर दुकान बंद कर दी।
दुकान खुलने की उम्मीद में महानकगर निवासी रमेश चंद्र, बालागंज निवासी फहीम व रिजवान समेत अन्य लोग घंटों खड़े रहे। रमेश ने बताया कि उनके 14 साल के बेटे आर्यन की हालत खराब है। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है।