महाराष्ट्र (Maharashtra ) के यवतमाल ( Yavatmal ) जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कोरोना लाॅकडाउन के चलते शराब की बिक्री भी बंद है।ऐसे में शराब की तलब लगने पर नशेड़ियों को सैनिटाइजर से नशे की सूझ गई। उन्होंने पार्टी की और सैनिटाइजर पी लिया। इसके बाद एक-एक कर सात लोगों की मौत हो गई। पहले फरवरी माह में इसी जिले के कापसिकोरी गांव में स्वास्थ्यकर्मियों ने 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह सैनिटाइजर पिला दिया था ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला यवतमाल ( Yavatmal )जिले के वणी गांव का है। शहर में सैनिटाइजर पीने से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। चूंकि महाराष्ट्र में देश के सर्वाधिक कोरोना मरीज मिल रहे हैं, इसलिए सख्त लाॅकडाउन के कारण शराब बिक्री पर भी पाबंदी लगाई गई है। इससे नशेड़ियों की मुश्किल हो गई। यवतमाल ( Yavatmal ) के जिलाधिकारी ने मामले की जानकारी के बाद जांच के आदेश दिए हैं।
काम-धंधे से फुर्सत के बीच शराबियों को किसी दोस्त ने बताया कि 30 मिली लीटर सैनिटाइजर पीने से एक क्वार्टर जितना नशा हो जाता है। फिर क्या था इन सबने मिलकर पांच लीटर सैनिटाइजर का कैन खरीदा और जमा ली महफिल। सातों लोगों ने बारी-बारी से सैनिटाइजर का सेवन किया। कुछ ही देर बाद इनकी हालत बिगड़ने लगी और एक के बाद एक कर के सातों की मौत हो गई।
मृतकों के नाम दत्ता लांजेवार,नूतन पथरकर, गणेश नंदेकर,संतोष मेहर और सुनील ढेंगले है। इनमें से तीन लोगों की मौत घर पर ही हो गई थी।

इससे पहले फरवरी माह में यवतमाल( Yavatmal )जिले में ही कापसिकोरी गांव ( Kapsikopri village )में पोलियो टीकाकरण के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई थी। स्वास्थ्यकर्मियों ने कापसिकोरी गांव में 12 बच्चों को पोलियो ड्राप की जगह सैनिटाइजर पिला दिया था , जिससे बच्चों की हालत बिगड़ गई थी। उल्टी और बेचैनी की शिकायत के बाद इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। सभी बच्चों की उम्र पांच साल से कम थी।