उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर कोविड सेस लगा शराब ( Liquor) के दाम बढ़ा दिए हैं। कोरोना और लॉकडाउन के चलते प्रभावित हो रहे राजस्व की कमी को पूरा करने के लिए यह फैसला लिया गया है। इसके लिए आबकारी विभाग ने नई नीति में एक बार फिर संशोधन किया है। संशोधन के बाद यूपी में शराब 10 रुपये से लेकर 40 रुपये तक मंहगी हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर से लॉकडाउन (Lockdown)बढ़ता जा रहा है। ऐसे में विभाग को राजस्व का घाटा हो रहा है। इसे पूरा करने के लिए आबकारी नीति 2021-22 में संशोधन किया गया है। इसे संशोधित करके कोविड सेस बढ़ाया गया है। इसके कारण अब शराब 10 रुपये से लेकर 40 रुपये तक मंहगी हो गई है।
सरकार ने पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान कोरोना सेस लगाया था। इस अप्रैल में यह सेस हटा दिया गया था लेकिन एक बार फिर से कोविड सेस लगा दिया गया है। इसी तरह प्रीमियम कैटेगरी की शराब ( Liquor) पर भी प्रति 90 एमएल पर 10 रुपये, सुपर प्रीमियर पर प्रति 90 एम एल 20 रुपये, स्कॉच पर प्रति 90 एमएल पर 30 रुपये और समुद्र पार आयातित शराब ( Liquor) पर भी प्रति 90 एमएल 40 रुपये अतिरिक्त प्रतिफल शुल्क लगाया गया है। इस संबंध में सोमवार को शासनादेश जारी कर दिया गया।
शासनादेश में बताया गया है की प्रदेश में कांच की बोतलों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए यूपी मेड लिकर की आपूर्ति टेट्रा पैक और कांच की बोतलों में किये जाने की अनुमति दी गई है। इसके लिए उत्पादक डिस्टैलरी को यूपी मेड लिकर की 25 प्रतिशत आपूर्ति कांच की बोतलों में करना होगा।
इसी तरह सेना व अन्य केंद्रीय अर्धसैनिक बल को दी जाने वाली पुरानी सुविधा को बहाल कर दिया है। अब प्रीमियम श्रेणी से उच्च श्रेणी की शराब की आपूर्ति पर निर्धारित प्रतिफल फीस का 60 प्रतिशत देना होगा। मौजूदा सत्र में यह व्यवस्था समाप्त कर दी गई थी।