छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) के बिलासपुर ( Bilaspur ) से बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां कोरोना से बचने के लिये होम्योपैथिक दवा ड्रोसेरा 30 पीने से एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। सीएमओ का कहना है कि मौत की वजह होम्योपैथिक दवा भी हो सकती है, क्योंकि उसमें अल्कोहल होता है। फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है।
बिलासपुर ( Bilaspur ) के सीएमओ ने बताया कि पीड़ित परिवार ने होम्योपैथिक दवा ली थी, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सीएमओ ने बताया कि उन्होंने होम्योपैथिक दवा ड्रोसेरा 30 ( Drosera-30)ली थी, जिसमें देश में बनी शराब के साथ 91 फीसदी अल्कोहल मिलाया जाता है। फिलहाल, चिकित्सक लापता है।
बिलासपुर ( Bilaspur ) कोरमी में रहने वाले कमलेश धुरी पिता बल्दूप्रसाद (32 वर्ष), अक्षय धुरी पिता पुन्नूलाल (21 वर्ष), राजेश धुरी पिता दशरथ (21 वर्ष), समारू धुरी पिता गजानंद (25 वर्ष), खेमचंद धुरी पिता रामलाल (40 वर्ष) व कैलाश धुरी पिता उमाशंकर (50 वर्ष) सहित अन्य ग्रामीणों को सर्दी-जुकाम व खासी की शिकायत थी। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव के ही होम्योपैथिक डाक्टर को दिखाया। दरअसल, सर्दी-जुकाम व खांसी आने पर ग्रामीणों को कोरोना महामारी का खतरा हुआ।
इसके चलते उन्होंने स्थानीय होमियोपैथी क्लीनिक में उपचार कराना शुरू कर दिया। इस दौरान डाक्टर ने उन्हें ड्रोसेरा दवा दी, जिसे ग्रामीणों को गुनगुने पानी में मिलाकर पीना था। इस दौरान ग्रामीणों ने इसे नशे के रूप में बिना पानी मिलाए ही पीना शुरू कर दिया। बीमार ग्रामीणों की देखादेखी अन्य ग्रामीणों ने भी ड्रोसेरा खरीद कर पीना शुरू कर दिया। इधर, बुधवार को ड्रोसेरा पीने वाले ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उल्टी होने लगी। इस दौरान ग्रामीण युवकों ने स्वजनों को दवा पीने की जानकारी दी। उल्टी होने के कारण परिवार वालों ने भी नजरअंदाज कर दिया।
इस बीच कमलेश और राजेश की मौत हो गई। इससे घबराए परिवार के लोगों को कोरोना से मौत की आशंका हुई और आनन-फानन में उनकी अंत्येष्टि भी कर दी। इधर, बुधवार दोपहर अक्षय और समारू की भी मौत हो गई। उन्हें भी कोरोना होने का संदेह हुआ और उनकी भी अंत्येष्टि कर दी गई। एक ही दिन में गांव में चार युवकों की मौत से हड़कंप मच गया। इसकी सूचना ग्रामीण ने सिरगिट्टी पुलिस की दी। खबर मिलते ही बुधवार की देर शाम थाना प्रभारी फैजूल शाह गांव पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार वालों से इस संबंध में पूछताछ की। इसमें युवकों के पीने की जानकारी मिली।
पूछताछ में दो ग्रामीणों की तबीयत खराब होने की बात सामने आई। इस दौरान उन्होंने खेमचंद और कैलाश को इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया। साथ ही दवा ड्रोसेरा पीने वाले अन्य ग्रामीणों की भी जानकारी जुटाई। इस बीच उपचार के दौरान खेमचंद व कैलाश के साथ ही दीपक धुरी पिता गंगाप्रसाद व रामदयाल पिता रामखिलावन की भी मौत हो गई। गांव में आठ मौत होने के बाद पुलिस व स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगवाया है और दवा ड्रोसेरा पीने वाले ग्रामीणों की जांच की जा रही है।