राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के मुखिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह( Chaudhary Ajit Singh )का निधन हो गया है। दिग्गज राजनेता अजित सिंह कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से बीते दिनों गुरुग्राम( Gurugram )के अल्ट्रा मैक्स अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने 82साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौर गई है। उनकी गिनती बड़े जाट नेताओं में होती थी।
पार्टी के नेता और उनके बेटे जयंत चौधरी ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘चौधरी साहब नहीं रहे’।
रालोद सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह ( Chaudhary Ajit Singh ) और उनकी पोती 24 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। हालत खराब होने पर उन्हें गुरुग्राम के अल्ट्रा मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं होने पर वे पिछले चार-पांच दिन से वेंटिलेटर पर थे। मगर गुरुवार की सुबह उनका निधन हो गया। राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजित सिंह का जन्म 12 फरवरी 1939 को मेरठ में हुआ था। इनके निधन पर समाजवादी पार्टी समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे चौधरी अजित सिंह ( Chaudhary Ajit Singh )उत्तर प्रदेश के बागपत (Baghpat) से सात बार सांसद रहे और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं।वह केंद्र में वीपी सिंह, देवेगौड़ा, इंद्रजीत सिंह गुजराल व मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी रहे हैं। उनके निधन के बाद पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शोक की लहर है। अजित सिंह और उनके परिवार की जाट समाज में काफी पैठ रही है। पिछले दो लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनाव के दौरान रालोद का ग्राफ तेजी से गिरा। यही वजह है कि वे अपने गढ़ बागपत से भी लोकसभा चुनाव हार गए। हालांकि किसान आंदोलन के बाद से अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी एक बार फिर पश्चिमी यूपी में अपनी धाक जमाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।उनकी पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर पंचायत चुनाव में इस बार शानदार प्रदर्शन किया।
चौधरी साहब नहीं रहे!
?? pic.twitter.com/7cnLkf0c6K— Jayant Chaudhary (@jayantrld) May 6, 2021