उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के एटा (Etah ) जिले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 90 वर्षीय कैदी की तबीयत खराब होने पर महिला जिला अस्पताल में बने नॉन कोविड विंग में भर्ती कराया गया। यहां कैदी के पैरों में बेड़ी बांध दी। परिजनों ने जेल प्रशासन की ये अमानवीय तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं।
चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क, अशक्त शरीर और पैर में बेड़ी का फोटो अफसरों के पास तक पहुंचा तो जेल प्रशासन में खलबली मच गई। एक बंदीरक्षक को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मामले की जांच कराई जा रही है।
बताया गया है कि हत्या के मामले में बाबूराम (90) निवासी कुल्ला हबीबपुर थाना सकीट जिला एटा (Etah ) कारागार में सजा काट रहे हैं। सांस लेने में तकलीफ होने पर मंगलवार को मेटरनिटी विंग में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा था। जेल से साथ में भेजे गए बंदीरक्षक अशोक यादव ने उनके पैर में बेड़ी डालकर बेड से बांध दिया। इसका फोटो किसी ने सोशल मीडिया पर वारयल कर दिया।
हत्या के मामले में दोषी पाए जाने पर बाबूराम को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। करीब तीन माह पूर्व ही जिला जेल आए हैं। सोमवार को तबियत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था। उच्चाधिकारियों के आदेश पर बंदी रक्षक को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
बाबूराम पर आरोप है कि 1982 में एक व्यक्ति का अपहरण के बाद हत्या कर दी थी। इस मामले में 1997 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। इसके बाद अपील पर पैरोल मिल गया। 2020 में अपील खारिज कर दी गई और हाजिर नहीं होने पर कुर्की के आदेश हो गए। करीब तीन माह पहले बाबूराम ने खुद को हाजिर कर दिया, तभी से जेल में हैं। बाबूराम पहले प्रधान भी रह चुके हैं।
कैदी का तीन दिन से इलाज चल रहा था। जांच में कोरोना तो नहीं आया, लेकिन लक्षणों के आधार पर भर्ती कर ऑक्सीजन दी जा रही थी। बृहस्पतिवार को उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने पर उच्च चिकित्सा के लिए रेफर कर दिया गया है।
मामले के तूल पकड़ने के बाद एटा पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से जानकारी दी है कि जिला जेल एटा में निरुद्ध बंदी का स्वास्थ्य खराब होने पर जेल प्रशासन द्वारा उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, प्रकरण संज्ञान में आने पर तत्काल जेल अधीक्षक एटा से वार्ता कर उनके द्वारा हथकड़ियां खुलवा दी गई हैं, एवं दोषी कर्मियों के विरूद्ध जांच कर कार्यवाही की जा रही है।
जिला जेल एटा में निरुद्ध बंदी का स्वास्थ्य खराब होने पर जेल प्रशासन द्वारा उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, प्रकरण संज्ञान में आने पर तत्काल जेल अधीक्षक एटा से वार्ता कर उनके द्वारा हथकड़ियां खुलवा दी गई हैं, एवं दोषी कर्मियों के विरूद्ध जांच कर कार्यवाही की जा रही है।
— Etah Police (@Etahpolice) May 13, 2021