उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के बलिया ( Ballia) जिले में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आने से लोग हतप्रभ हैं। नगर से सटे माल्देपुर घाट पर पांच पुलिसकर्मियों ने टायर पर शव रखकर जला दिया। सोशल मीडिया ( Social Media ) पर इसका वीडियो वायरल होने पर पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को फेफना थाने के आरोपी पांचों पुलिसकर्मियों को संवेदनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया। साथ ही, मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार को सौंप दी।
बलिया ( Ballia)शहर से सटे फेफना थाना क्षेत्र के माल्देपुर घाट पर 15 मई को लावारिस शव मिला था। उसे कुत्ते नोच रहे थे। इसकी सूचना मल्लाहों ने पुलिस को दी। आरोप है कि इसकी जानकारी होने के बाद फेफना थाने के पांच सिपाही मौके पर पहुंच गए और शव को लकड़ी के बजाय टायर पर रख पेट्रोल डालकर जलवा दिया।वायरल वीडियो में टायर के सहारे लावारिश शव का अंतिम संस्कार होता देखा जा सकता है। यह सब पुलिस की मौजूदगी में किया जा रहा है।
दरअसल, गाजीपुर, बलिया( Ballia) और वाराणसी जिलों के अलावा कई जिलों से गंगा नदी में लाशें उतराई मिली थीं। प्रदेश की पुलिस ने शवों को गंगा से निकलवाकर अंतिम संस्कार करवाने का फैसला लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई जगह तो लाशों को गंगा के किनारे ही दफना दिया गया था। लेकिन बलिया जिले में शवों का अंतिम संस्कार कर किया जा रहा है। इस बीच बलिया जिले से पुलिस की संवेदनहीनता का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें गंगा नदी से लाशों को निकालने के बाद सही तरीके से उनका अंतिम संस्कार नहीं किया जा रहा है।