उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh ) जिले में गुरुवार रात से लगातार हो रही मौतों के बाद भी पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग मिलावटी व जहरीली शराब (spurious liquor) की बिक्री नहीं रोक सका। ताबड़तोड़ कार्रवाई के दावे और सभी सरकारी ठेके बंद होने के बाद भी 24 और लोगों की मौत हो गई है। इससे मृतकों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है।
हालांकि अलीगढ़ (Aligarh ) जिला प्रशासन ने अभी 25 लोगों के ही मरने की पुष्टि की है।इन मौंतों के अलावा चार अन्य लोगों की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है, जिनका पोस्टमार्टम कराए बिना अंतिम संस्कार कर दिया गया। स्वजन का दावा है कि जहरीली शराब पीने से ही इन चार लोगों की मौत हुई है।18 लोग अस्पताल में भर्ती हैं।जिला प्रशासन आंकड़े छिपाने में जुटा है।
अलीगढ़ (Aligarh ) जिले में गुरुवार को लोधा के करसुआ, खैर के अंडला व जवां के छेरत में लोगों ने अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। शराब पीने के बाद रात में लोगों की हालत बिगड़ी और मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। शुक्रवार रात तक 27 मौत हो गई थीं। ऐसे में प्रशासन ने देसी शराब के ठेकों को बंद करने के आदेश दिए। दावा भी किया कि अब कहीं शराब नहीं बिक रही है। इसके बावजूद पिसावा के शादीपुर व जट्टारी में लोगों ने शराब खरीदी। जिससे शनिवार सुबह शादीपुर में छह लोगों की मौत हो गई। लोधा में 11, खैर में दो, जवां में दो, टप्पल में एक, गभाना में तीन मौतें हुई हैं। अधिकारियों का दावा है कि मिलावटी व जहरीली शराब के खिलाफ रातभर पूरे जिले में छापामार कार्रवाई की गई है।
पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज कर शराब तस्करी रैकेट में आरोपी अनिल चौधरी सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं 50 हजार के इनामी पूर्व ब्लॉक प्रमुख पति ऋषि शर्मा व उसके साथी विपिन यादव की तलाश जारी है।