उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) सरकार ने शनिवार को प्रयागराज, कौशांबी और बहराइच के जिलाधिकारी बदलने के साथ ही फिर आठ आईएएस अधिकारियों ( IAS Officers ) के तबादले कर दिए गए। प्रयागराज (Prayagraj ) के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को हटाकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के पद पर तैनाती दी गई है। उनकी जगह पर संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास संजय खत्री प्रयागराज के नए जिलाधिकारी होंगे।
कौशांबी के जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह को हटाकर संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास बनाया गया है। उनकी जगह पर ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सीईओ सुजीत कुमार कौशांबी के नए जिलाधिकारी होंगे।
बहराइच के जिला अधिकारी शंभू कुमार को हटाकर माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव बनाया गया है। जबकि विशेष सचिव संस्कृति दिनेश चंद्रा को बहराइच का जिलाधिकारी बनाया गया है।
लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार को प्रतापगढ़ का मुख्य विकास अधिकारी बना दिया गया है। प्रतापगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी पांडे लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी बनाए गए हैं।
इसके पहले, बृहस्पतिवार देर रात 18 आईएएस अधिकारियों ( IAS Officers ) की तैनाती में फेरबदल किया। इनमें छह जिलों गाजियाबाद, एटा, अमरोहा, मुरादाबाद, लखीमपुर खीरी व बिजनौर में नए डीएम तथा गोरखपुर व झांसी मंडलों में नए मंडलायुक्तों की तैनाती की गई थी। शासन स्तर पर कई विभागों के चर्चित अधिकारियों की तैनाती में भी फेरबदल किया गया।
असम-मेघालय काडर के आईएएस अधिकारी ( IAS Officers ) जयंत नार्लिकर गोरखपुर के मंडलायुक्त थे। उनकी अंतर्राज्यीय प्रतिनियुक्ति बृहस्पतिवार को पूरी हो रही थी। शासन ने नार्लिकर को कार्यमुक्त करते हुए महानिदेशक पर्यटन रवि कुमार एनजी. को गोरखपुर का नया मंडलायुक्त बना दिया। रवि गोरखपुर के डीएम रह चुके थे। सबसे चौंकाने वाली तैनाती अपर मुख्य सचिव उद्यान मनोज कुमार को दी गई।
पिछले साढ़े चार साल से साइड के विभागों की पोस्टिंग पा रहे मनोज वन जैसा अहम विभाग पाने में सफल रहे। अल्पसंख्यक व समाज कल्याण महकमे में कार्मिकों से विवाद की से लंबे समय तक चर्चा में रहे बीएल मीणा को दोनों विभागों की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है। लेकिन उन्हें सहकारिता विभाग मिला है।