जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir) के कटड़ा स्थित माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi temple ) के दरबार परिसर में मंगलवार को भीषण आग लग गई। कालिका भवन के पास काउंटर नंबर दो के नजदीक आग ने तांडव मचाया। आग पर काबू पाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव कार्य चलाया गया। बता दें कि जहां आग लगी उस स्थान से प्राकृतिक गुफा की दूरी तकरीबन सौ मीटर है। आग की लपटें भैरो घाटी तक दिखाई दीं।
जानकारी के मुताबिक माता वैष्णो देवी मंदिर (Mata Vaishno Devi temple ) वीआईपी गेट के पास काउंटिंग रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आनन-फानन कर्मियों ने बचाव कार्य शुरू करने के साथ ही श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
सूचना पर बोर्ड के फायर विंग के जवान मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने में जुट गए। कड़ी मशक्कत के बाद फायर विंग के जवानों ने आग पर काबू पाया। फिलहाल नुकसान के बारे में अभी तक श्राइन बोर्ड की ओर से कोई बयान नहीं आया है।सूत्रों का कहना है कि इस अग्निकांड में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
कालिका भवन में आग लगने की जानकारी मिलते ही कटड़ा में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सभी को माता के भवन की चिंता सता रही थी। जैसे ही लोगों को पता चला कि आग पर काबू पा लिया गया है, माता के भक्त जयकारे लगाने लगे।
इस घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर से आने वाले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि कुछ वक्त पहले वैष्णो देवी में आग लग गई थी, लेकिन फिलहाल उस पर काबू पा लिया गया है।
गौरतलब है कि मार्च महीने से कोरोना महामारी के चलते सुस्त पड़ी वैष्णो देवी यात्रा में कोरोना कर्फ्यू हटते ही इजाफा होने लगा है। मई में जहां एक हजार से-डेढ़ हजार भक्त मां के दरबार (Mata Vaishno Devi temple ) में हाजिरी लगा रहे थे, वहीं जून में रोजाना का आंकड़ा दो से तीन हजार के बीच पहुंच गया है।