उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के ललितपुर ( Lalitpur )जिले में सात बच्चों के एक पिता ने जहर खाकर जान दे दी है। बताया जा रहा है कि उसे परिवार का खर्च चलाने की चिंता सता रही थी। एक बेटे की चाह में उसके छह बेटियां हो चुकी थीं। सबसे बड़ी बेटी 12 साल की है। यानी बाकी सभी बच्चे दस साल से कम उम्र के हैं। उसकी 7वीं संतान बेटा हुई, जो अभी सिर्फ एक महीने का ही है। इसकी घर में खुशियां मनाई जा रही थीं। लेकिन उसे यह चिंता सताए जा रही थी कि अब घर का खर्च कैसे चलेगा। इसी डर से उसने जहर खाकर जान दे दी।
ललितपुर ( Lalitpur ) की कोतवाली सदर अंतर्गत ग्राम बुढ़वार निवासी सीताराम बरार (41साल) ने बुधवार को शाम पहले शराब पी ,उसके बाद जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। जब उसकी हालत बिगड़ गई तो परिजनों ने उसे उपचार के लिए ललितपुर ( Lalitpur ) जिला अस्पताल में रात में भर्ती कराया । जहां उपचार के दौरान गुरुवार को उसकी मौत हो गई । मृतक सीताराम के बड़े भाई हरिओम ने बताया कि उसके छोटे भाई के 6 पुत्रियां व सबसे छोटा पुत्र एक माह का है। सात बच्चों का पालन पोषण कैसे करे ,इसकी चिंता में वह कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। भाई घर मे बांस की डलिया बनाकर बेंच कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था ।
सीताराम के सबसे बड़ी पुत्री 12 साल की है । उसके बाद पुत्र की उम्मीद में 6 बेटियां पैदा हो गई । बेटियों के बाद अभी एक महीने पहले पुत्र का जन्म हुआ तो घर में खुशी का माहौल था । लेकिन अचानक सीताराम ने आत्महत्या कर ली । अब सात बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा ,यह चिंता सबको सताए जा रही है ।