उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के गाजीपुर ( Ghazipur )जिले में एक निर्दयी मां ने अपनी बच्ची को गंगा( Ganga )में एक लकड़ी के बक्से में रखकर बहा दिया। इतना ही नहीं उसने उसमें देवी-देवताओं की फोटो लगा दी। नाविक ने जब उस बॉक्स को खोला तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं। लोगों ने जब बॉक्स से बच्ची को बाहर निकाला तो वह बिल्कुल सुरक्षित थी।
मानवता को शर्मसार करने वाला मामला गाजीपुर शहर( Ghazipur ) के ददरी घाट का है। यहां मंगलवार को गंगा में तैरते हुए लकड़ी के बक्से में एक बच्ची मिली है। बक्से पर कई देवी-देवताओं के फोटो लगे हैं और बक्से के अंदर एक जन्म कुंडली भी रखी है। जिसमें उसका नाम गंगा लिखा था उसका जन्म 25 मई को हुआ है। यानी उसकी उम्र महज तीन हफ्ते है।
बच्ची बिल्कुल सुरक्षित है और पुलिस उसे आशा ज्योति केंद्र ले गई। बच्ची मिलने की सूचना पर लोग वहां जुट गए। बच्ची को बिलखता देखकर लोगों का कलेजा कांप गया।इलाके की पुलिस ने बताया कि गाजीपुर ( Ghazipur ) ददरी घाट पर गंगा किनारे एक लकड़ी के बक्से से बच्चे के रोने की आवाज आई। एक नाविक ने आवाज सुनी और पास जाकर देखा तो बक्से में एक बच्ची रो रही थी। लोग भी जुट गए।
लोगों को हैरानी तब हुई जब बक्से पर देवी-देवताओं के लगे फोटो पर नजर गई। साथ ही बक्से में एक जन्म कुंडली भी मिली है। मासूम को नाविक अपने घर ले गया। उसके परिजन बच्ची को पालना चाहते थे, लेकिन लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस बच्ची को आशा ज्योति केंद्र ले गई।पुलिस बच्ची की मेडिकल जांच कराकर उसके परिजनों की तलाश कर रही है। चर्चा है कि ऐसा किसी अंधविश्वास या तांत्रिक अनुष्ठान को पूरा करने के लिए किया गया है।

इससे पहले इसी तरह की घटना श्रीकृष्ण की नगरी में मथुरा ( Mathura) जिले के वृंदावन (Vrindavan) में हुई थी जिसमें यमुना नदी में बह रहे तस्ले (लोहे की परात) में लावारिस नवजात मिला था।