कोरोना संकट के समय में शिक्षा पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई है, जिसने कई गंभीर समस्याएं खड़ी कर दी हैं. गरीब परिवारों के बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें ऑनलाइन कक्षा (online class )के लिए स्मार्टफोन या लैपटॉप की जरूरत है। महाराष्ट्र (Maharashtra ) के नांदेड़ (Nanded )जिले से एक बहुत ही दुखद खबर सामने आई हैजिले में ऑनलाइन कक्षा (online class )के लिए स्मार्टफोन नहीं होने और नया फोन खरीदने की मां-बाप की हैसियत नहीं होने के चलते 17 साल की लड़की ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। नांदेड़ जिले में नयगांव के फुलेनगर कॉलोनी निवासी एक लड़की बुद्धिशी पोटफोडे ने 16 जून को अपने घर में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।नयगांव थाने के अधिकारी ने कहा, ‘वह 11 वीं कक्षा की छात्रा थी। उसके माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं। उसे ऑनलाइन कक्षा (online class )में शामिल होने के लिए फोन की जरूरत थी, लेकिन उसके परिजन फोन खरीदने के लिये पैसे का प्रबंध नहीं कर पा रहे थे। इसके चलते लड़की ने यह कदम उठाया। एक सुसाइड नोट भी मिला है। मृतका के माता-पिता ने भी इस घटना का कारण फोन नहीं होना बताया है।
मजदूर प्रकाश पोटफोडे की बेटी अभी ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रहा थी,उसे 10वीं में 75 फीसदी अंक मिले थे। इसलिए वह 12वीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी। हालांकि, मोबाइल की कमी ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा बन रही थी।उसने अपने माता-पिता को इसके बारे में बताया और मोबाइल फोन की मांग की। हालांकि, घर की हालत खराब होने के कारण तुरंत मोबाइल नहीं लिया जा सका। परिवार ने उसे आश्वासन दिया था कि उसे जल्द ही एक मोबाइल मिल जाएगा। हालांकि, पैसे की व्यवस्था न होने के कारण मोबाइल फोन खरीदने में देरी हुई। इससे निराश होकर बुद्धिशी ने अंतिम कदम उठाया और आत्महत्या (suicide ) कर ली। एक प्रतिभाशाली लड़की की मोबाइल के लिए मौत से हर कोई सदमे में है।