जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के करीब दो साल बाद आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi)राज्य के आठ राजनीतिक दलों के 14 नेताओं के साथ बैठक की। दोपहर 3 बजे शुरू हुई बैठक करीब पौने 4 घंटे तक चली। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी(PM Modi)ने कहा कि वह ‘दिल्ली की दूरी’ और ‘दिल की दूरी’ को मिटाना चाहते हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। पीएम ने कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया के बाद सूबे में विधानसभा चुनाव कराना उनकी प्राथमिकता में है।
जम्मू-कश्मीर पार्टी में अपनी पार्टी के नेता अल्ताफ बुखारी ने बताया कि बातचीत बड़े अच्छे माहौल में हुई। पीएम मोदी (PM Modi)ने सभी नेताओं के मुद्दे सुने। उन्होंने कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव को लेकर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अल्ताफ बुखारी ने कहा कि परिसीमन खत्म करने को लेकर समयसीमा फिलहाल तय नहीं की गई। इसके अलावा चुनाव जल्द कराने पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि हर किसी ने अपने दिल की बात कही। उन्होंने अनुच्छेद 370 के सवाल पर कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो उस पर क्या बात होती। दुख तो हुआ इसकी शिकायत जरूर लोगों ने की लेकिन जब मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो उसका फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगी।
सीनियर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ( Ghulam Nabi Azad )ने कहा कि बहुत सारी चीजें प्रधानमंत्री को बताई गई, उन्होने कहा कि हमने जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा वापस दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमने बंटवारे पर विरोध जताया, कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की मांग रखी।
वहीं पीएम मोदी (PM Modi)व जम्मू-कश्मीर नेताओं की मुलाकात के बाद बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे. मुझे लगता है कि आने वाले समय में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू होने वाली है। चुनाव भी परिसीमन प्रक्रिया के बाद होगा. वहां एक बार फिर विधानसभा का गठन होगा ।