प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi )की अध्यक्षता में अयोध्या (Ayodhya ) के विकास को लेकर बनाए गए विजन डॉक्युमेंट पर शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के उप मुख्यमंत्रियों, कैबिनेट मंत्रियों व अफसरों के साथ समीक्षा बैठक हुई। प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से, जबकि अन्य मंत्री और अधिकारी सीएम योगी के आवास से बैठक में जुड़े। मालूम हो कि इस बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को शामिल नहीं किया गया है।यह बैठक तकरीबन 45 मिनट चली। इसमें पीएम मोदी ने अधिकारियों को डॉक्यूमेंट्स को लेकर कुछ फीडबैक दिए।
समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अयोध्या (Ayodhya ) का विकास इस तरह से होना चाहिए कि आने वाली पीढ़ियां जीवन में कम से कम एक बार यहां आने के लिए प्रेरित जरूर हों। उन्होंने कहा कि अयोध्या की पहचान भारत की सांस्कृतिक नगरी के रूप में है इसके इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास भविष्य को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।
बैठक में बजट के अनुसार योजनाओं को जमीन पर उतारने और भविष्य के लिए उन्हें तैयार रखने की रणनीति पर चर्चा की गई। इसके लिए केवल प्रदेश सरकार ने ही अकेले 14 हजार करोड़ की योजनाओं को तैयार किया है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं भी इस विजन डॉक्यूमेंट में शामिल हैं। कई योजनाएं दोनों सरकारों की संयुक्त भागीदारी से जुड़ी हैं।
बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नील कंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह भी शामिल हुए। प्रमुख सचिव ने आवास विकास नगर के विकास को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे।
बैठक में बजट के अनुसार योजनाओं को जमीन पर लाने और भविष्य के लिए उन्हें तैयार रखने की रणनीति पर चर्चा होगी। इसके लिए केवल प्रदेश सरकार ने ही अकेले 14 हजार करोड़ की योजनाओं को तैयार किया है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं भी इस विजन डॉक्यूमेंट्स में शामिल हैं। कई योजनाएं दोनों सरकारों के संयुक्त भागीदारी से जुड़ी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल का स्वागत करते हुए अयोध्या (Ayodhya ) के संत आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की अच्छी पहल है। जब तक वो और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद नहीं जुड़ेंगे तब तक विकास कार्य जमीन पर नहीं दिखाई देंगे।
हाल ही में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में कुल आठ प्रस्तावों पर मुहर लगी थी, जिसमें अयोध्या में 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड के निर्माण कार्य को मंजूरी मिली थी। अयोध्या में पीपीपी मोड पर 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा। इंटर स्टेट टर्मिनल इस बस स्टैंड पर आने वाले लोगों को जाम से बचाने के लिए एक करीब डेढ़ किलोमीटर का फ्लाईओवर भी बनेगा। अयोध्या में सुल्तानपुर मार्ग नए एयरपोर्ट को जोड़ता है। इस पर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए यहां फोर लेन फ्लाईओवर को भी मंजूरी मिली है।