उत्तराखंड ( Uttarakhand) के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ( Tirath Singh Rawat ) के इस्तीफे के बाद पुष्कर सिंह धामी ( Pushkar Singh Dhami ) राज्य के 11वें मुख्यमंत्री होंगे। चार महीने में राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री होंगे।उनके नाम पर शनिवार दोपहर को भाजपा विधायक दल की बैठक में मुहर लगा दी गई। ये बैठक 3 बजे से केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र तोमर और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम की मौजूदगी में हुई। इस बार भाजपा ने तमाम अनुभवी विधायकों को दरकिनार करते हुए युवा चेहरे को तवज्जो दी है। 45 वर्षीय धामी उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं।
केंद्रीय पर्यवेक्षक ने मीडिया से कहा कि बैठक में किसी दूसरे नाम की चर्चा नहीं हुई। सिर्फ पुष्कर सिंह धामी ( Pushkar Singh Dhami )का नाम रखा गया और सबकी सहमति से इस पर मुहर लगा दी गई। नाम की घोषणा होने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘पार्टी ने एक सामान्य कार्यकर्ता, एक भूतपूर्व सैनिक के बेटे को राज्य की सेवा के लिए चुना है। हम लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे। हम कम समय में लोगों की सेवा करने की चुनौती स्वीकार करते हैं।’
विधायक दल की बैठक के तुरंत बाद पुष्कर सिंह धामी ( Pushkar Singh Dhami )के साथ भाजपा के सभी नेता राजभवन पहुंचे। वहां राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि शनिवार को धामी विधायक दल के नेता चुने गए हैं। वे रविवार को शपथ लेंगे।
पुष्कर सिंह धामी ( Pushkar Singh Dhami )उत्तराखंड में खटीमा विधानसभा से विधायक हैं। पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ के टुण्डी गांव में हुआ था। उनके पिता सैनिक थे। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बीच सरकारी स्कूलों से प्राथमिक शिक्षा ली।
धामी ने मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध में मास्टर्स किया है। वे 1990 से 1999 तक ABVP में अलग-अलग पदों पर काम कर चुके हैं। धामी 2002 से 2008 तक युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। राज्य की भाजपा 2010 से 2012 तक शहरी विकास परिषद के उपाध्यक्ष रहे। वे 2012 में पहली बार विधायक चुने गए थे। उनकी अगुवाई में ही प्रदेश सरकार से स्थानीय युवाओं को 70% आरक्षण राज्य के उद्योगों में दिलाने में सफलता प्राप्त की।