राजस्थान ( Rajasthan ) में भड़काऊ भाषण से भीड़ उकसाने और हाईवे पर उपद्रव कराने के एक पुराने मामले में वांछित डूंगरपुर के पूर्व विधायक और बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) के प्रदेश प्रवक्ता देवेंद्र कटारा( Devendra Katara )को पुलिस ने सोमवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। कटारा के खिलाफ सितम्बर 2020 में बिछीवाड़ा (डूंगरपुर) थाने में मामला दर्ज किया गया था। निष्पक्ष कार्रवाई को लेकर यह जांच सदर थाना प्रभारी को सौंपी गई थी। तबसे कटारा की धरपकड़ को लेकर पुलिस के स्तर पर कई बार प्रयास हुए, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब जिला पुलिस की विशेष टीम के सहयोग से सदर पुलिस ने सोमवार शाम को कार्रवाई को अंजाम दिया। बिछीवाड़ा तहसील के वाटड़ा गांव हाल रामनगर डूंगरपुर निवासी देवेंद्र कटारा( Devendra Katara )को उनके घर से पकड़ा गया।
हाईवे पर हुए उपद्रव के पुराने वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने कटारा से देर शाम पूछताछ की। वहीं वीडियो में खुद की प्रत्यक्ष स्थिति की पुष्टि के बाद पुलिस ने कटारा को रात साढ़े आठ बजे गिरफ्तार किया। शिक्षक भर्ती को लेकर डूंगरपुर के अभ्यर्थियों ने बाहरी लोगों को टीएसपी क्षेत्र में लगाने का विरोध किया था। बाद में यहां राजनीति हुई। इस मामले में देवेंद्र कटारा( Devendra Katara )जैसे कई स्थानीय नेताओं पर आरोप लगा कि उन्होंने अभ्यर्थियों के बीच भड़काऊ भाषण देकर माहौल बिगाड़ा। भीड़ ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए सितम्बर 2020 में उदयपुर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग काकरी डूंगरी में जाम कर दिया था। सड़क खोदने, हाईवे के होटलों में तोड़फोड़ व आगजनी, व्यापारियों से लूट जैसी वारदातों को अंजाम दिए जाने का भी उन पर आरोप लगा। तब भी पुलिस ने उपलब्ध वीडियो के आधार पर कटारा से पूछताछ कोशिश की थी।
वर्ष 2013 में देवेंद कटारा ने भाजपा के टिकट पर डूंगरपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीता, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कटारा का टिकट काट दिया था। इसके बाद कटारा ने भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ा था। जमानत भी जब्त हो गई थी। इसके बाद भाजपा ने कटारा को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। 30 जून को ही कटारा ने बीटीपी जॉइन कर ली थी और नई पार्टी ने कटारा को राजस्थान का प्रदेश प्रवक्ता बनाया था।