उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के बागपत (Baghpat) जिले में भाजपा प्रत्याशी को हराकर बागपत की ब्लॉक प्रमुख( Baghpat Block Pramukh ) बनीं निर्दलीय सुनीता ( Sunita ) कुछ दिन पहले तक लोनी के एक हॉस्पिटल में सफाई कर्मचारी का काम कर रही थीं, गांव और आसपास के लोग भी उनसे अंजान थे।
आज वह जिले की राजनीति में एक मुकाम हासिल कर चुकी हैं। ब्लॉक प्रमुख बनने के बाद उन्होंने क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कराने की बात कही है।
नवनिर्वाचित बागपत ब्लॉक प्रमुख ( Baghpat Block Pramukh ) सुनीता लोनी गाजियाबाद के एक नर्सिंग होम में सफाई कर्मचारी हैं और पति रमेश मजदूर हैं। वह कक्षा पांच तक पढ़ी हैं, इनका परिवार गाजियाबाद के बंथला में रहता है। बागपत ब्लॉक के गांव संतोषपुर में उनकी ससुराल है।
परिवार में दो बेटे और तीन बेटियां हैं। पंचायत चुनाव का एलान हुआ और गांव की क्षेत्र पंचायत सदस्य की सीट आरक्षित हो गई ग्रामीणों उन्हें बुलाकर चुनाव लड़ाया। वह यह चुनाव जीत गई, इसी दौरान बागपत ब्लॉक का प्रमुख ( Baghpat Block Pramukh )पद भी अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए आरक्षित हो गया। इसके बाद पंचायत उन्हें प्रमुख पद का प्रत्याशी बना दिया।
कई भाजपा नेताओं का भी उन्हें साथ मिल रहा था, साथ ही विपक्ष भी एक उनके साथ एकजुट हो गया। तमाम दांवपेंच और सत्ता पक्ष के दबावों के बावजूद वह चुनाव जीत गई। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी मीनू को नौ वोटों से मात दी। सुनीता कक्षा-5 तक पढ़ी हैं। इससे पहले उनके परिवार में कोई चुनाव भी नहीं लड़ा है।