हिमाचल प्रदेश और जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से सोमवार को सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया जबकि कई राज्यों में आकाशीय बिजली ( Lightning Strike ) से मरने वालों की संख्या बढ़कर 71 हो गई। केवल उत्तर प्रदेश में ही बिजली गिरने से 42 लोगों की मौत हो गई।
हालांकि, उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंच चुके दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण सोमवार को बारिश हुई, लेकिन दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों को बारिश के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राजस्थान और जम्मू-कश्मीर के लिए ऑरेंज अलर्ट जबकि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए मंगलवार को भारी बारिश की चेतावनी के साथ ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश ( Himachal Pradesh ) के धर्मशाला में, भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में कई कारें और दो इमारतें बह गईं। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। खराब मौसम के कारण गग्गल में कांगड़ा हवाई अड्डे को बंद करना पड़ा। इस इलाके में अचानक आई बाढ़ ने कई इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसमें एक सरकारी स्कूल भी शामिल है। जिला प्रशासन ने भारी बारिश के मद्देनजर पर्यटकों को अपनी यात्रा स्थगित करने का निर्देश दिया। बारिश के कारण मंडी-पठानकोट राजमार्ग पर यातायात भी बाधित हो गया।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में अचानक आई बाढ़ में फंसे 11 लोगों को बचा लिया गया। अधिकारियों के मुताबिक जिले में हुई भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित रहा और कई इलाके पानी में डूब गए। अधिकारियों के मुताबिक राजबाग क्षेत्र में उझ नदी में अचानक आई बाढ़ में एक खानाबदोश समुदाय के 11 लोग फंस गए, जिन्हें पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल के जवानों ने सुरक्षित बचा लिया। बाढ़ में कई जानवर भी बह गए। कठुआ और सांबा जिला प्रशासन ने बाढ़ को लेकर चेतावनी भी जारी की है।

उन्होंने कहा कि भारी बारिश के बाद बाढ़ के कारण पठानकोट-जम्मू राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया। भारी बारिश के कारण तवी सहित जम्मू की प्रमुख नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने ( Lightning Strike ) की अलग-अलग घटनाओं में दो नाबालिगों सहित छह लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। वहीं उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने की घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 42 हो गयी।राजस्थान में रविवार कोआकाशीय बिजली ( Lightning Strike ) गिरने की अलग-अलग घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई