कोरोना की दूसरी लहर से देश को राहत मिलते ही पहाड़ी राज्यों में पर्यटकों( Tourists )की लंबी कतारें लग रही हैं। उत्तराखंड ( Uttarakhand) में पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ जुटती देख उत्तराखंड सरकार ने नियम बना दिया कि आने वाले सैलानियों को कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी, लेकिन लोग हैं कि मान ही नहीं रहे।
घूमने के शौक में लोग अब तो कोराेना की फर्जी रिपोर्ट भी बनवा रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस ( Uttarakhand Police)ने गुरुवार को ऐसे 13 टूरिस्ट ( Tourists )को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी कोरोना रिपोर्ट लेकर राज्य में घुस रहे थे। इनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
सरकार की तरफ से कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य करने के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीमें राज्य में आने वाले पर्यटकों की रिपोर्ट चेक करती हैं। राज्य के क्लेमेंट टाउन में चेकिंग के दौरान पुलिस को दो वाहनों में सवार पर्यटकों पर शक हुआ। रिपोर्ट देखी तो वह फर्जी निकली। इसमें से एक वाहन गाजियाबाद से था, जिसमें 10 लोग सवार थे। दूसरा वाहन बिहार से था, जिसमें 3 लोग थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान यूपी16 एफटी1621 से एक व्यक्ति के पास से दस फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पकड़ी गई। जबकि वाहन संख्या यूपी 14 ईडी 7677 से तीन व्यक्तियों को फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान तरुण मित्तल पुत्र ऋषभ स्वरूप मित्तल निवासी चिरंजीव विहार जिला गाजियाबाद, अमित गुप्ता पुत्र जय प्रकाश गुप्ता निवासी केएम कवि नगर थाना कवि नगर गाजियाबाद, अमित कौशिक पुत्र सतीशचंद निवासी एफ ब्लाक नेहरूनगर थाना नेहरू नगर गाजियाबाद, सुजीत कामत पुत्र महेन्द्र कामत निवासी झिड़की पोस्ट बनगावा थाना लोकही जिला मधुबनी बिहार के रूप में हुई।
पुलिस के मुताबिक अब तक 100 से भी ज्यादा लोग फर्जी रिपोर्ट के साथ पकड़े गए हैं। दरअसल, राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले राज्य में आने पर लगे प्रतिबंधों में ढील दी थी, तभी से मसूरी( Mussoorie )और नैनीताल ( Nainital )जैसे पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को वीकेंड पर मसूरी में दोपहिया वाहनों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। बाकी वाहनों से मसूरी केवल उन्हीं पर्यटकों ( Tourists )को आने की अनुमति होगी, जिनके पास स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, 72 घंटे पहले की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट और मसूरी में होटल की बुकिंग का प्रमाण होगा। सहस्रधारा, गुच्चूपानी और मसूरी में किसी भी व्यक्ति को तालाब-नदी और झरने में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। बुधवार को डीएम डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने वर्चुअल बैठक में निर्देश दिए।