बीकानेर ( Bikaner ) के लूणकरनसर कस्बे के पास नाथवाना रेलवे स्टेशन( Nathwana Railway Station )में ट्रेन के आगे कूदकर स्टेशन मास्टर ने जान दे दी। पहियों में फंसकर बॉडी टुकड़े टुकड़े हो गई। ट्रेन रोकी गई। घटना की जानकारी देने के लिए यात्रियों ने नाथवाना स्टेशन मास्टर विनाेद कुमार को फोन लगाना शुरू कर दिया। कई बार प्रयास के बाद भी फोन नहीं लगा। फिर लोगों ने शव के पास पड़े मोबाइल का सिम निकाल दूसरे फोन में लगाया कि किसी परिचित का कॉल की जा सके। इस पर नंबर देखकर लोगों के होश उड़ गए। वह नंबर विनोद कुमार का ही था।
यह दर्दनाक हादसा शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे नाथवाना रेलवे स्टेशन ( Nathwana Railway Station ) से करीब एक किलोमीटर दूर हुआ।विनोद कुमार मूल रूप से जयपुर ( Jaipur ) के रहने वाले थे। 3 साल पहले ही उनकी नौकरी लगी थी। 6 महीने पहले 29 फरवरी 2021 को शादी हुई थी। आमतौर पर यहां अकेले रहते थे। कुछ समय से पत्नी यहां आई हुई थीं। घटना के बाद आसपास रहने वाले लोगों ने पत्नी को संभाला और परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर जीआरपी ने क्षत-विक्षत शव पटरियों से हटाया।
जानकारी के मुताबिक नाथवाना स्टेशन ( Nathwana Railway Station )से ट्रेन गुजरने से पहले ही विनोद कुमार करीब एक किलोमीटर आगे चले आए थे। सामने से ट्रेन आते ही उन्होंने ट्रैक पर छलांग लगा दी। वह ट्रेन के पहियों में बुरी तरह फंस गए और उनके शव के टुकड़े-टुकड़े हो गए। जब फोन से पता चला कि मरने वाला कोई और नहीं, विनोद कुमार हैं तो हड़कंप मच गया। कुछ लोग दौड़कर स्टेशन पहुंचे। वहां विनोद कुमार नहीं थे। फिर उनके आवास पर गए। वहां भी नहीं थे। इसके बाद सबको यकीन हो गया कि शव विनोद कुमार का ही है।स्टेशन मास्टर विनोद कुमार के इस कदम रेलवे के अफसर हैरान रह गये है।विनोद कुमार का दो दिन पहले ही तबादला हुआ था। जुलाई 2018 में लगी नौकरी थी और पहली पोस्टिंग नाथवाणा ही हुई थी।