राजस्थान ( Rajasthan ) में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB ने रविवार शाम को उत्तर मध्य रेलवे आगरा ( North Central Railway AGRA Division )के एईएन रमेश सिंह को अलवर में डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात भारत सरकार के अधीन रेलवे के अफसर को राज्य सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो( एसीबी )ने रिश्वतखोरी में पकड़ा है ।
रेलवे ठेकेदार से डेढ़ करोड़ रुपए के बिल पास करने के डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांगी थी, एसीबी की टीम ने रामगढ कस्बे में उत्तर मध्य रेलवे आगरा ( North Central Railway AGRA Division ) के एईएन रमेश सिंह को रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ कई कर्मचारी व अधिकारी भी थे। लेकिन रिश्वत के मामले में उनका कोई रोल सामने नहीं आया। एसीबी के एएसपी विजय सिंह ने बताया कि रिश्वत लेने वाला अधिकारी चालाक था। जो ठेकेदार को कभी कहीं कभी कहीं बुलाता रहा। रिश्वत लेने से पहले सिंह ने ठेकेदार को रविवार सुबह से दोपहर तक कई जगह बुलाया। सिंह ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उसे शक था कि ठेकेदार किसी सरकारी एजेंसी में उसकी शिकायत कर सकता है। इस कारण एसीबी की टीम को भी सुबह से उनका पीछा करना पड़ा।
उत्तर मध्य रेलवे आगरा ( North Central Railway AGRA Division ) के एईएन के अंडर में करीब 20 करोड़ रुपए का काम चल रहे हैं। इसमें रामगढ़, बांदीकुई सहित कई जगहों पर पुल निर्माण के छोटे बड़े काम शामिल हैं।
एसीबी के अलवर एएसपी विजय सिंह ने बताया कि राजस्थान निवासी रेलवे ठेकेदार ने 30 जून को एसीबी में शिकायत दी। इसमें बताया कि उसे उत्तर मध्य रेलवे से 15-15 करोड़ रुपए के दो अंडर पास बनाने का ठेका मिला था। रामगढ़ से नगर तथा भरतपुर से मंडावर के बीच इन अंडरपास का 90 से 95 फीसदी काम हो चुका है। इसमें करीब डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान बाकी था। ठेकेदार ने रेलवे के आगरा के सहायक अधिशाषी अभियंता (ब्रिज) के कार्यालय में इसके बिल प्रस्तुत किए थे। करीब डेढ़ करोड़ रुपए के भुगतान के एवज में सहायक अधिशासी अभियंता रमेश सिंह राजपूत डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांग रहा था। पीड़ित की शिकायत पर एसीबी ने ट्रैप बिछा भ्रष्ट अफसर को गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि 30 जून को शिकायत मिलने के बाद पुष्टि करने एक टीम पीड़ित को लेकर आगरा भेजी गई। यहां करीब दो घंटे तक पीड़ित व आरोपी रेलवे अधिकारी के बीच वार्ता चली। इसे रिकार्ड किया गया। बातचीत में डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई, लेकिन आगरा में राजस्थान एसीबी का कार्य क्षेत्र नहीं होने से समस्या खड़ी हो गई।
इस पर ठेकेदार ने उसे रामगढ़ में आकर घूस की रकम लेने की बात कही। लालची इंजीनियर तुरंत राजी हो गया और रविवार शाम रामगढ़ आ पहुंचा। यहां एक चाय की दुकान पर लेनदेन तय हुआ। शाम करीब सवा चार बजे जैसे ही ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपए लेकर इंजीनियर ने जेब में डाले एसीबी टीम ने उसे पकड़ लिया। पेंट की जेब से रकम भी बरामद कर ली।