दिल्ली ( Delhi ) दौरे से पहले तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) के सांसदों ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी( Mamata Banerjee ) को संसदीय दल का अध्यक्ष चुना गया है। ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सांसद नहीं हैं। हाल ही में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में टीएमसी की भारी जीत के बावजूद वह नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गईं। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उन्हें छह महीने के भीतर किसी विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आना होगा। अब दिल्ली में टीएमसी सांसदों ने ममता बनर्जी को पार्टी के संसदीय दल का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया है।
टीएमसी के राज्यसभा सासंद डेरेक ओ ब्रायन ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) ने लंबे समय तक टीएमसी संसदीय दल का नेतृत्व किया है और इसे दिशा दी है।
डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा, हम केवल एक वास्तविकता को औपचारिक रूप दे रहे हैं। हमारी अध्यक्ष (ममता बनर्जी) सात बार संसद की सदस्य रही हैं। उनके पास संसदीय दल का नेतृत्व करने की क्षमता है। उनके पास अनुभव और विजन है। वह वैसे भी हमारा नेतृत्व कर रही थीं। तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि यह फैसला वैचारिक और रणनीतिक, दोनों स्तरों पर लिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सभी सांसदों ने ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना। ममता बनर्जी खुद संसद की सदस्य नहीं हैं। बंगाल की की पांच रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं। दो अन्य सीटों के लिए चुनाव होने हैं, जहां उम्मीदवारों की मौत के बाद मतदान रद्द कर दिया गया था। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए ममता बनर्जी के लिए ये उपचुनाव महत्वपूर्ण हैं।टीएमसी सुप्रीमो अगले हफ्ते दिल्ली में डेरा डाले रहेंगी। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मिल गया है। उनके कई अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलने की भी उम्मीद है।
