जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir) में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के दो आतंकियों को मार गिराया है। पुलवामा (Pulwama) में सीआरपीएफ काफिले पर हुए फिदायीन हमले की आईईडी(इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) तैयार करने वाला जैश-ए-मोहम्मद के खूंखार आतंकी इस्माइल भाई उर्फ लंबू शनिवार को मार गिराया गया है। मारे गए आतंकियों के पास से एक एके-47 राइफल और एक एम-4 राइफल बरामद हुई है। लंबू साल 2018 के दिसंबर महीने में कश्मीर में दाखिल हुआ था।
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने शनिवार को कहा कि पुलवामा हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक टॉप पाकिस्तानी आतंकवादी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मार गिराया गया है।आतंकवादी अबू सैफुल्ला, जिसे अदनान, इस्माइल और लंबू के नाम से भी जाना जाता है और 2017 से ही घाटी में सक्रिय था, पुलवामा जिले के त्राल के हंगलमर्ग में एनकाउंटर के दौरान एक अन्य आतंकवादी के साथ मारा गया। इतना ही नहीं, वह आतंकी मसूद अजहर का भी काफी करीबी था।
जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला था कि पुलवामा के त्राल के नागबेरान तारसर के जंगल में आतंकी छिपे हैं। इस पर सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन आतंकियों ने आत्मसमर्पण नहीं किया। आतंकियों ने खुद को घिरा देख सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब देते हुए दो आतंकियों को मार गिराया है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है।
अधिकारी ने कहा कि वह 14 फरवरी, 2019 को हुए“पुलवामा हमले”( Pulwama attack ) सहित कई अन्य आतंकी हमलों में शामिल था। आतंकी अदनान पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद संगठन में रऊफ अजहर, मौलाना मसूद अजहर और अम्मार का एक मजबूत सहयोगी था। बताया जा रहा है कि वह वाहन से चलने वाले IED के विशेषज्ञ था, जिसका अफगानिस्तान में नियमित रूप से उपयोग किया जाता है और 2019 के पुलवामा हमले में भी इसी का उपयोग किया गया था, जिसमें भारत के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे।
बताया गया कि वह तालिबान से भी जुड़ा था। वह तल्हा सैफ और उमर का करीबी रहा है, जो मारे दिए गए हैं। एक सुरक्षा डोजियर में कहा गया है कि उसने जैश संगठन को फिर से स्थापित करने और मजबूत करने की कोशिश की और अवंतीपोरा, विशेष रूप से पुलवामा ( Pulwama )के काकपोरा और पंपोर क्षेत्रों का उपयोग नए आतंकवादी समूहों की भर्ती के लिए और हमलों को अंजाम देने के लिए अन्य भागों में उन्हें ले जाने के लिए एक हॉटबेड के रूप में किया।
अधिकारी ने यह भी कहा कि दूसरे आतंकवादी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों के पास से एक एम-4 राइफल, एके-47 राइफल, एक ग्लॉक पिस्टल और एक अन्य पिस्टल बरामद किया गया है। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आज सुबह संयुक्त अभियान शुरू किया और घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें दोनों आतंकी मारे गए। सुरक्षा बलों ने इस साल जनवरी से अब तक कश्मीर में कुछ शीर्ष कमांडरों सहित कम से कम 87 आतंकवादियों को मार गिराया है।