उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय( Deen Dayal Upadhyaya Gorakhpur University ) में शनिवार सुबह परीक्षा देने आई बीएसएसी (गृह विज्ञान) की छात्रा प्रियंका कुमारी का शव विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग में स्टोर के पास फंदे से लटका मिला।
प्रथम दृष्टया खुदकुशी का मामला माना जा रहा है। हालांकि मौत की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची कैंट पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।विश्वविद्यालय परिसर में छात्रा की मौत की वजह सामने नहीं आने पर एबीवीपी ( ABVP ) ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
गुलरिहा थाना क्षेत्र के शिवपुर साहबाजगंज पोखरो टोला निवासी विनोद कुमार की 21 वर्षीय पुत्री प्रियंका गोरखपुर विश्वविद्यालय ( Gorakhpur University )में बीएससी (गृह विज्ञान) तृतीय वर्ष की छात्रा थी। शनिवार सुबह नौ बजे से दीक्षा भवन में प्रियंका की परीक्षा थी। सुबह साढ़े दस बजे परीक्षा देकर वह कक्षा से बाहर निकली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अंतिम बार उसे विभाग के शौचालय की ओर जाते देखा गया। दोपहर करीब 12 बजे गृह विज्ञान विभाग के शौचालय की तरफ गई कुछ छात्राओं ने स्टोर रूम के पास गैलरी में फंदे से लटकता छात्रा का शव देखकर शोर मचाया।
छात्राओं ने विभागाध्यक्ष दिव्यारानी को इसकी सूचना दी। विभागाध्यक्ष ने चीफ प्रॉक्टर और कैंट पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई। टीम को घटनास्थल के पास से एक मेज पर पर्स पड़ा मिला, जिसमें बीएससी (गृह विज्ञान) तृतीय वर्ष का प्रश्न पत्र, आधार कार्ड व मोबाइल नंबर था। आधार कार्ड से पहचान कर घरवालों को सूचना दी गई।
विश्वविद्यालय ( Gorakhpur University )पहुंचे पिता विनोद कुमार ने पुलिस को बताया कि सुबह ही परीक्षा थी, जिसके चलते उनकी बेटी बिना भोजन किए ही परीक्षा देने चली आई थी। घर में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। अचानक हुई इस घटना से वे और परिवार के लोग हतप्रभ हैं।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय( Deen Dayal Upadhyaya Gorakhpur University ) कुलपति ( Vice-Chancellor ) प्रो. राजेश सिंह ने भी गृह विज्ञान विभाग में जाकर निरीक्षण किया और घटना के बारे में जानकारी ली। कुलपति ने चीफ प्रॉक्टर को पुलिस को हर संभव सहयोग देने के साथ ही असिस्टेंट रजिस्ट्रार को छात्रा के परिवार से वार्ता कर सहयोग करने का दिशा-निर्देश दिया। उधर, घटना को लेकर पूरे दिन विश्वविद्यालय परिसर में चर्चा बनी रही।