( Election Commission ) अब आधार कार्ड (Aadhaar Card) से वोटर लिस्ट को जोड़ने की कवायद में जुटा है। आयोग ने अलग-अलग स्थानों पर एक ही व्यक्ति के कई नाम होने के खतरे को रोकने के लिए मतदाता सूची को आधार कार्ड से जोड़ने का प्रस्ताव एक बार फिर सरकार को दिया है। लोकसभा में कानून और न्याय मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। कानून और न्याय मंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि मामला सरकार के विचाराधीन है, जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
पश्चिम बंगाल की उलुबेड़िया लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद सजदा अहमद के सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ( Kiren Rijiju ) ने संसद को बताया कि सरकार चुनाव सुधारों के दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह देखने में आया है कि एक ही व्यक्ति के विभिन्न जगहों पर कई वोटर कार्ड होते हैं। इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट को आधार से जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। यह मामला फिलहाल सरकार के विचाराधीन है।
सरकार की ओर से कहा गया कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को सुरक्षित और सही बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। बता दें कि 2019 में चुनाव आयोग द्वारा इसका प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था। चुनाव आयोग की मानें तो आधार (Aadhaar Card) से वोटर आईडी कार्ड लिंक होने से काफी दिक्कतें खत्म होंगी। अभी वोटर लिस्ट में कई नाम बार-बार आते हैं, जिससे आयोग के सामने कई दिक्कतें खड़ी होती हैं।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग की ओर से लंबे वक्त से केंद्र सरकार से कानून में बदलाव की मांग की जा रही है। चुनाव आयोग का कहना है कि जो भी नया व्यक्ति वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन करे, उसके लिए आधार (Aadhaar Card) की जानकारी देना अनिवार्य कर दिया जाए।
आधार कार्ड (Aadhaar Card) वर्तमान समय में व्यक्ति की पहचान के सबसे प्रमुख दस्तावेजों में से एक है, इस 12 अंकों के कार्ड में व्यक्ति के बायोमेट्रिक विवरण सहित पूरी पहचान छुपी होती है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की तरफ से आधार कार्ड जारी किया जाता है।