मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) गुना( Guna ) की सिटी कोतवाली में मध्यप्रदेश पुलिस( MP Police ) के रिटायर्ड एएसआई( ASI ) ने थाने में ही फांसी लगा ली। कोतवाली परिसर में लगे मोबाइल टावर पर बुधवार को शव फंदे पर लटका मिला है। खास है, 30 जुलाई को वह हेड कॉन्स्टेबल पद से प्रमोट होकर एएसआई बने थे। वहीं, 31 जुलाई को ही रिटायर हो गए। घटना के बाद एएसआई( ASI ) के परिवार वालों ने कोतवाली में हंगामा किया। मौके पर सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें दो लोगों द्वारा प्रताड़ित करने की बात लिखी है।
मध्यप्रदेश पुलिस( MP Police ) के रिटायर्ड एएसआई( ASI ) रमेशचंद शर्मा निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी मंगलवार से घर से लापता थे। उनकी बाइक कोतवाली में ही पार्क थी। परिवार वालों ने भी उन्हें ढूंढा, लेकिन नहीं मिले। बुधवार को पता चला कि उन्होंने कोतवाली में फांसी लगा ली। परिवार वालों ने बताया कि वह शाम को घर पर कोतवाली जाने का बोलकर आए थे। पहले वह कैंट थाने गए, उसके बाद कोतवाली आ गए।
एडिशनल एसपी टीएस बघेल का कहना है कि मध्यप्रदेश पुलिस( MP Police ) से सेवानिवृत्ति के बाद रमेशचंद शर्मा की विदाई पार्टी भी हुई थी। सूचना के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। परिजनों से भी पूछताछ नहीं हो पाई है। कुछ दस्तावेज मिले हैं। इनकी जांच की जाएगी, इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
परिवार वालों का आरोप है, पुलिस को उनके पास से डायरी मिली है, लेकिन वह घरवालों को नहीं दिखा रही। वहीं उनका मोबाइल भी जब्त कर लिया है। परिवार वालों का कहना है कि सुसाइड नोट में उन्होंने दो लोगों के नाम लिखे हैं, जो उन्हें प्रताड़ित करते थे। उधर, सूचना पर एसपी आकाश अमलकर मौके पर पहुंच गए। एफ़एसएल अधिकारी ने मौका मुआयना किया। उनके सामने ही शव नीचे उतारा गया।
वहीँ पुलिस की तरफ से सुसाइड नोट पर लिखे दो लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया है लेकिन कयास ये भी लगाए जा रहे है कि कहीं पुलिस का ही कोई कर्मी या परिचित तो नहीं है जिस वजह से अभी तक आरोपियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाई नहीं हो रही है।