जयपुर ( Jaipur ) से सवाई माधोपुर( Sawai Madhopur ) के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन( Electric Train ) का संचालन सोमवार से शुरू हो गया। पहली ट्रेन दोपहर में पुणे से आई। 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलकर सवाई माधोपुर से ट्रेन जयपुर पहुंची। इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन के संचालन शुरू होने के साथ ही जयपुर से मुंबई के लिए यह दूसरा रूट है, जो इलेक्ट्रिक हुआ है।
उत्तर-पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल के अधिकारियों ने बताया कि इस ट्रैक पर पहली इलेक्ट्रिक पैसेंजर ट्रेन( Electric Train ) के रूप में पुणे-जयपुर सुपरफास्ट चली। सामान्य डीजल इंजन की ट्रेन इस रूट पर 80 से 100 किलोमीटर की गति से चलती थी। इलेक्ट्रिक इंजन चलने से यात्रियों के लिए समय की तो बचत होगी ही रेलवे को इसका फायदा होगा। इस रूट पर हर रोज पैसेंजर और गुड्स ट्रेनों की संख्या 20 या उससे ज्यादा रहती है। फिलहाल एक ही ट्रेन इलेक्ट्रिक चलेगी। बाकी डीजल इंजन से चलते रहेंगे। आने वाले दिनों में जरूर सभी ट्रेनों को इसी तर्ज पर चलाया जाएगा।
जुलाई के अंतिम सप्ताह में वेस्टर्न सर्किल के कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) आर.के. शर्मा ने जयपुर स्टेशन के यार्ड में विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण किया था। वहां मिलीं छोटी-मोटी तकनीकी खामियों को दूर करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद उन्होंने इस ट्रैक पर इलेक्ट्रिक ट्रेन ( Electric Train ) चलाने की मंजूरी दी। जयपुर में अभी अजमेर और दिल्ली रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन ( Electric Train ) का संचालन हो रहा है। जयपुर से कोटा, भोपाल जाने वाले रूट पर जयपुर से सवाई माधोपुर के बीच डीजल इंजन से ट्रेन का संचालन हो रहा है। सवाई माधोपुर में जाकर ट्रेन का इंजन बदलकर डीजल की जगह इलेक्ट्रिक लगाया जाता है।