मेघालय ( Meghalaya ) में 75वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day ) समारोह में हुई हिंसक घटनाओं के बाद आज रविवार की शाम राज्य के गृह मंत्री लहकमन रिम्बुई ( Home Minister Lahkmen Rymbui ) ने इस्तीफा दे दिया है, हिंसक घटनाओं के बाद शिलांग में पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया गया है।विरोध कर रहे लोगों ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के निजी आवास पर रविवार को पेट्रोल बम से हमला किया है।
राजधानी मेघालय ( Meghalaya )और राज्य के कई अन्य हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। राज्य सरकार के एक आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू 17 अगस्त तक लागू रहेगा, सरकार ने कहा कि मंगलवार सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा।
शिलांग के जाआव इलाके में आज दोपहर अज्ञात लोगों ने मावकिनरोह पुलिस चौकी के एक पुलिस वाहन में आग लगा दी। चौकी के प्रभारी सहित वाहन पर सवार पुलिसकर्मी इस घटना में बाल-बाल बच गए,पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू की उनके घर पर पुलिस छापेमारी के दौरान मौत के बाद शिलांग के कुछ हिस्सों में एक असहज शांति देखी गई है।
मेघालय ( Meghalaya )के गृह मंत्री लहकमन रिम्बुई ( Lahkmen Rymbui ) ने पूर्व उग्रवादी के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर शिलॉन्ग में हुई हिंसा के बीच इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि आज मैंने पार्टी अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बैठक की। इसमें मैंने उनसे 13 अगस्त की घटना के बारे में बात की और पूरे मामले के बारे में बताया। मैंने गृह विभाग से मुझे सेवामुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री को लिखने के लिए कहा है। मेरा प्रस्ताव है कि मामले की न्यायिक जांच की जाए, ताकि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संबंध में मामले के सभी तथ्यों को सामने लाया जा सके।

दरअसल, 13 अगस्त को पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू की उनके घर पर पुलिस छापेमारी के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद से शिलॉन्ग के कुछ हिस्सों में हिंसा देखी गई। रविवार को जाआव इलाके में अज्ञात लोगों ने मावकिनरोह पुलिस चौकी के एक पुलिस वाहन में आग लगा दी। थांगख्यू के परिवार ने उनकी मौत को निर्मम हत्या करार दिया है। इसके लिए उन्होंने पुलिस को दोषी बताया है।
उनके अंतिम संस्कार में रविवार को सैकड़ों लोगों ने काले झंडों के साथ शिरकत की। इससे पहले शनिवार को मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा था कि राज्य सरकार विद्रोही समूह के पूर्व नेता की मौत की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देगी। मामले में पुलिस की दलील है कि थांगख्यू ने भागने की कोशिश की थी और पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला भी किया था।
जवाबी कार्रवाई में उन पर गोलियां चलानी पड़ी थी। गुरुवार की रात उनके घर पर छापा मारा गया था, इस सबूत के आधार पर कि वे लैतुमखरा में एक विस्फोट में शामिल था। पूर्व विद्रोही नेता ने अक्टूबर 2018 में आत्मसमर्पण किया था।