पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान हरियाणा हरिकेन के नाम से मशहूर कपिल देव (Kapil Dev ) ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) की दिल खोलकर तारीफ की है। भारत ओलिंपिक दल के साथ पीएम का व्यवहार कपिल देव को भा गया। एक लंबे लेख में उन्होंने बताया कि किस तरह मोदी जी ने समूचे खेल जगत का दिल जीत लिया।
कपिल देव (Kapil Dev ) ने ट्वीट कर लिखा, ओलंपियनों के साथ आपका संवाद देखा और बहुत अच्छा लगा। यह हर खिलाड़ी के साथ तालमेल बिठाएगा। आज आपने समूचे खेल जगत का दिल जीत लिया। जय हिंद!।’ इतना ही कपिल देव ने एक लंबे लेख में बताया कि किस तरह मोदी जी ने पूरे खेल जगत का दिल जीत लिया।
वहीं, कपिल देव के इस ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, कपिल देव इन शब्दों के लिए आपका शुक्रिया। आप सभी खेल प्रेमियों के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। हम सभी को मिलकर काम करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि भारतीय खेल आने वाले समय में नई ऊंचाइयों पर पहुंचे।’
कपिल देव ने द स्टेट्समैन में लिखे अपने कॉलम में कहा, ‘यह स्पष्ट नहीं है कि भारत के किसी प्रधानमंत्री ने कभी कहा है कि वह हमारे देश में खेल की संस्कृति बनाना चाहते हैं। उन्होंने माता-पिता से उन बच्चों को प्रोत्साहित करने की अपील की, जो खेल खेलना चाहते हैं। मोदी जी ऐसा करने वाले पहले हो सकते हैं। प्रधानमंत्री ने माता-पिता से अपने बच्चों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा।’ कपिल देव ने आगे लिखा, टोक्यो ओलंपिक ( Tokyo Olympics ) के दौरान भी प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों के साथ बात की थी, लेकिन उसमें भाषण या औपचारिकता नहीं थी। उन्होंने बजरंग पूनिया के दृढ़ संकल्प और रवि दहिया के साथ विरोधी के काटने के बारे में पूछा। वहीं, नीरज चोपड़ा से पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि उन्होंने भाला फेंकते ही जीत हासिल कर ली थी।’
कपिल देव (Kapil Dev )ने आगे लिखा, सबसे बड़ी बात यह है कि भारत के लोकतंत्र के प्रभारी व्यक्ति मानते हैं कि खेल और खेल संस्कृति महत्वपूर्ण हैं। यही खेल संस्कृति के विकास को बढ़ावा देता है, जो मोदी जी की सबसे बड़ी विरासतों में से एक होगी। एक खिलाड़ी के रूप में, मैं खेल समुदाय को प्रधानमंत्री से प्यार और समर्थन प्राप्त करते हुए देखकर बहुत खुश हूं। मैं यह जोड़ना चाहता हूं कि अगर हमें भविष्य में और पदक जीतने हैं तो हमें खेल के बुनियादी ढांचे पर ध्यान देना चाहिए। और खेल के उपकरण पर कोई शुल्क नहीं होना चाहिए जो कि एथलीटों की आवश्यकता होती है।
कपिल (Kapil Dev )की माने तो, ‘यह स्पष्ट नहीं है कि भारत के किसी प्रधानमंत्री ने कभी कहा है कि वह हमारे देश में खेल की संस्कृति बनाना चाहते हैं। माता-पिता से बच्चोंको प्रोत्साहित करने की अपील करते हैं। शायद मोदीजी ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति हैं। पीएम ने खुद खेल और हमारे खिलाड़ियों में गहरी रुचि दिखाई।’
‘अक्सर लोग खिलाड़ियों की सफलता पर ही बात करते हैं, लेकिन जब कोई असफल होता है तो उसे भुला दिया जाता है। मोदी जी के कार्यों से यह स्पष्ट है कि उनका सम्मान खिलाड़ियों द्वारा किए गए प्रयास के लिए है, न कि केवल पदक के लिए। यह हाल ही में तोक्यो से लौटे ओलिंपियन के साथ उनकी खास मुलाकात और बातचीत में गर्मजोशी से पता चल गया, जहां उन्होंने विजेताओं और प्रतिभागियों दोनों के साथ समय गुजारा। अगर आपका प्रधानमंत्री टीम की हार के बाद फोन कॉल पर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाता है तो यह बात मायने रखती है।’
Dear @narendramodi Ji,
Watched your interaction with Olympians and absolutely loved it. This will strike a chord with every sportsperson.
आज आपने पूरी Sports Fraternity का दिल जीत लिया है। जय हिंद!
Here’s something I penned. https://t.co/jhlDTnkz7c https://t.co/UmvV2skacG
— Kapil Dev (@therealkapildev) August 18, 2021