लखनऊ विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में पढ़ने वाले स्नातक के छात्रों के लिए अच्छी खबर है।लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University ) विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सत्र से स्नातक के कोर्स में 25 फीसदी तक फीस में कमी लाने का फैसला लिया है।मंगलवार को विश्वविद्यालय में हुई कार्य परिषद और एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इसे पास भी कर दिया गया। इसके अलावा बैठक में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तैयार किए गए चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम को भी मंजूरी दे दी।
मंगलवार को कुलपति ( Vice-Chancellor ) प्रो. आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में हुई विद्या परिषद और कार्य परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों में अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स की फीस में 25 फीसदी से ज्यादा की कमी किए जाने का प्रस्ताव पास हो गया। यह सुविधा नए सत्र 2021-22 से लागू होगी। फीस में कमी एनरॉलमेंट और एग्जामिनेशन फीस में लागू होगी। विश्वविद्यालय के इस निर्णय से लखनऊ,हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी व रायबरेली के करीब चार सौ से ज्यादा कॉलेजों के स्टूडेंट्स को रियायत मिलेगी।
लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University )से राजधानी लखनऊ के 173 कालेज सम्बद्ध हैं।इसके अलावा हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी व रायबरेली जनपदों के भी करीब तीन सौ से ज्यादा कालेज भी अब इसी से सम्बद्ध हुए है।अभी तक यह कॉलेज कानपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हुआ करते थे पर अब लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होने के कारण दोनों यूनिवर्सिटी के फीस स्ट्रक्चर में ज्यादा अंतर की वजह से छात्रों व अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ता दिख रहा है।
मंगलवार को बैठक में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध इन सभी कालेजों में स्नातक छात्रों की फीस 25 फीसदी से ज्यादा कम करने पर फैसला लिया गया। यह व्यवस्था प्रति सेमेस्टर लागू होगी।इसके अलावा लखनऊ विश्वविद्यालय कैंपस में पढ़ने वाली अनुसूचित जनजाति की छात्राओं के समस्त शुल्क जैसे ट्यूशन फीस, परीक्षा शुल्क, खेलकूद फीस तथा हॉस्टल की फीस को भी माफ करने की अनुमति दी गई।
लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) कार्य परिषद की बैठक में न्यू एजुकेशन पॉलिसी यानी नई शिक्षा नीति -2020 के (NEP)अंतर्गत तैयार किए गए चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम को भी मंजूरी दे दी गई।नए पाठ्यक्रम में एंट्री और एग्जिट के साथ-साथ स्टूडेंट्स के स्किल डेवलपमेंट और को-करिकुलर एक्टिविटी को भी जगह दी गई है।इसके अलावा लॉ के पाठ्यक्रम में भी स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के साथ-साथ बीबीए टूरिज्म के सातवें सेमेस्टर में एडवेंचर एंड वाइल्ड लाइफ और वेल्नेस एंड मेडिकल टूरिज्म को जोड़ा गया है। इनमें से कोई विषय लेने का विकल्प रहेगा।