उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के मेरठ ( Meerut) जिले में हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है, शनिवार की सुबह शास्त्रीनगर में दिनदहाड़े ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन ( एआईएमआईएम) के पार्षद जुबैर अंसारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया गया कि पार्षद प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था और वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। उधर, इस सनसनीखेज वारदात से पुलिस अधिकारियों में भी सनसनी फैल गई।
मेरठ ( Meerut) शहर के शास्त्रीनगर में बदमाश पार्षद जुबैर पर गोलियां बरसाते रहे और लोग वीडियो बनाते रहे। अगर लोग थोड़ा सा साहस जुटा लेते तो बदमाश पकड़े जा सकते थे। जुबेर हॉस्पिटल के बाहर तड़पते रहे, लेकिन काफी देर तक किसी ने उन्हें उठाकर अंदर तक पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। शायद यही वजह है कि बदमाश वारदात को अंजाम देकर आसानी से भाग गए।
शनिवार की सुबह 10:15 बजे हापुड़ रोड पर शास्त्री नगर स्थित संतोष नर्सिंग होम के आसपास खूब चहल-पहल थी। वार्ड-80 के पार्षद जुबैर अंसारी ने शास्त्रीनगर में एक कोठी किराए पर ली थी, जहां उन्होंने ऑफिस खोला था। 9:30 बजे जुबेर कोठी में पहुंचे। उन्हें पार्टनर सफाकत के साथ अब्दुल्लापुर गांव में एक विवादित जमीन के मामले में समझौते के लिए जाना था। सफाकत 10:10 बजे मौके पर पहुंचे। सफाकत ने जुबेर की स्कॉर्पियो गाड़ी कोठी से निकाली। जुबेर मेन गेट पर बाहर से ताला लगाने लगे।
इस दौरान बाइक पर दो बदमाश वहां पहुंच गए। एक बदमाश जुबेर के पास पहुंचा और पीछे से चार गोलियां चलाईं। तीन गोली जुबैर की पीठ में लगीं। गोली लगते ही वह भागने लगे। 10 कदम की दूरी पर वह गिर गए। बाइक पर बैठे दूसरे बदमाश ने दो गोली और मार दीं। बदमाश गोली मारने के बाद बाइक पर बैठकर फरार हो गए। यह नजारा बहुत लोगों ने देखा। लेकिन कोई बदमाशों के सामने नहीं आया। जुबेर का पार्टनर भी स्कॉर्पियो स्टार्ट हालत में छोड़कर एक दुकान में घुस गया।
बदमाशों के भागने के काफी देर बाद लोगों ने पार्षद को संतोष नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया। सूचना पर मेडिकल और नौचंदी थाने की पुलिस समेत फोर्स मौके पर पहुंच गया। फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया और नमूने लिए गए।जुबैर अंसारी को 5 गोलियां लगी। जानकारी के अनुसार पार्षद जुबैर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रहा था।
जुबैर अंसारी ने दो दिन पहले ही हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने अपने पार्टनर जिया के साथ मेरठ ( Meerut) एसएसपी ऑफिस में प्रार्थना पत्र भी दिया था। उन्होंने करोड़ों रुपये गबन करने की शिकायत की थी। कई लोगों के नाम दोनों ने पुलिस को बताए भी थे, अगर इस मामले में पुलिस गंभीर हो जाती तो शायद पार्षद की जान बच जाती। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।