राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ( President Ram Nath Kovind) ने शनिवार को गोरखपुर (Gorakhpur ) के भटहट ब्लॉक के पिपरी गांव में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय( Mahayogi Guru Gorakhnath AYUSH Vishwavidyalaya )के शिलान्यास के साथ ही भूमि पूजन कर आधारशिला रखी है। यह उत्तर प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय होगा।
इस दौरान राष्ट्रपति की धर्मपत्नी व राष्ट्र की प्रथम महिला सविता कोविंद, उनकी पुत्री स्वाती कोविंद, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। शिलान्यास समारोह के बाद जनसमूह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि गोरखपुर में महायोगी गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय ( AYUSH Vishwavidyalaya ) की स्थापना से ‘आयुष’ पद्धतियों की शिक्षा एवं लोकप्रियता को और बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विश्व को योग, आयुर्वेद और सिद्ध चिकित्सा भारत की देन है। भगवान धन्वंतरि को जहां आयुर्वेद का जनक माना जाता है, वहीं ऋषि अगस्त्य को सिद्ध चिकित्सा के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। आदिवासी समाज में जड़ी-बूटियों और वन औषधियों के ज्ञान की समृद्ध परंपरा रही है। मगर पिछले दो दशकों में पूरे देश में आयुष चिकित्सा पद्धतियों की लोकप्रियता में बहुत बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में आयुष चिकित्सा पद्धतियों ने लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने तथा उन्हें संक्रमण से मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इस विश्वविद्यालय का नाम गुरु गोरखनाथ के नाम पर रखना सार्थक है। गोस्वामी तुलसीदास ने भी गोरख की प्रतिष्ठा की है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति भवन में आरोग्य वन को स्थापित किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा गांधी ने प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा दिया और स्वीकार्यता दी। कोविड में आयुष ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिछले दो दशक में औषधीय खेती की और मांग बढ़ी है। इस विश्वविद्यालय से आयुष को बढ़ावा मिलेगा। बड़े भाग्य से मानव शरीर मिला है।
चार साल के भीतर दूसरी बार गोरखपुर आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को भटहट के पिपरी में स्थित प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय( AYUSH Vishwavidyalaya )की आधारशिला रखी। राष्ट्रपति सुबह सेना के वायुयान से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।
President Ram Nath Kovind laid the foundation stone for the Mahayogi Guru Gorakhnath AYUSH Vishwavidyalaya at Gorakhpur, Uttar Pradesh.
Details: https://t.co/qfCMrWu2ft pic.twitter.com/GfW2w2kc7o
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 28, 2021