देश के जाने-माने डॉक्टर और मेदांता ग्रुप के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन( Dr Naresh Trehan ) बच्चों के टीकाकरण से पहले राज्यों में स्कूल ( Schools )खोले जाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि हमें समझ नहीं आ रहा कि स्कूल खोलने की इतनी जल्दबाजी क्यों है। बच्चे अगर बीमार पड़ने लगे तो उन्हें संभालना मुश्किल होगा। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि वैक्सीन जब तक न आ जाए तब तक धैर्य बनाए रखें। एक बार सभी बच्चे को टीके लग जाएं फिर आप स्कूल खोलें। उन्होंने कहा कि हमारी जनसंख्या के आकार को देखते हुए हमें सतर्क रहना चाहिए।
डॉक्टर त्रेहन ( Dr Naresh Trehan ) ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भारत में बच्चों का टीकाकरण नहीं हो रहा है और ऐसे में यदि कोरोना की वजह से बच्चे अधिक संख्या में संक्रमित होने लगे और बीमार पड़ने लगे तो उनकी देखभाल के लिए अभी हमारे पास अच्छी सुविधाएं नहीं हैं। हमारे देश की जनसंख्या के आकार को देखते हुए हमें अभी ज्यादा सतर्क रहना चाहिए, खासकर बच्चों को लेकर अभी तो किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए, सच्चाई यह है कि बच्चों के लिए टीका अभी बना तक नहीं है।मेदांता के चेयरमैन डॉ.त्रेहन ने कहा कि कुछ महीनों का इंतजार करना बेहतर होगा क्योंकि स्कूल खुल जाने के बाद अगर संक्रमण किसी तरह फैल गया तो स्थितियां संभाली नहीं जा सकेगी।
इससे पहले डॉ. त्रेहन ( Dr Naresh Trehan ) ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कहा था कि देश में कोरोना की तीसरी लहर पर अगर हम नियंत्रण करना चाहें तो सबको अनुशासन में रहना होगा। कोरोना दिशानिर्देश का पालन करना होगा। उनके मुताबिक, कोरोना की तीसरी लहर को कम किया जा सकता है, लेकिन इसका आना तय है।
उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कहा था कि हमारी संख्या इतनी ज्यादा है कि अभी चार-पांच महीने लग सकते हैं। हमें यह देखना है कि तीसरी लहर जो आएगी हम उसे कितना छोटा कर सकते हैं और कितना टाल सकते हैं। अगर बहुत सारे लोगों का टीकाकरण कर लें और कोरोना की लहर चार-पांच महीने टल जाए तो हमारी तैयारी भी ठीक रहेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार रविवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 45,083 नए मामले आए हैं जबकि 460 लोगों की मौत हो गई। वहीं 35,840 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 3,68,558 है। वहीं शनिवार को बीते 24 घंटे में 46,759 नए पॉजिटिवि मरीज मिले थे जबकि 509 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 31,374 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।
Children in India aren’t being vaccinated. If enough children fall sick, we don’t have good facilities to take care of them. Given our population size,we should be cautious. The fact is that a vaccine is now around the corner:Dr N.Trehan, Chairman, Medanta on reopening of schools pic.twitter.com/lCNa8H8P1p
— ANI (@ANI) August 29, 2021