उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) वाराणसी (Varanasi) के भेलूपुर थाना क्षेत्र की कैवल्यधाम कॉलोनी निवासी वैभव हॉस्पिटल के निदेशक व प्रसिद्ध फिजिशियन डॉ. पराग वाजपेयी( Dr. Parag Bajpai ) ने रविवार की रात अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर जान दे दी।
परिजनों के अनुसार डॉ. पराग ( Dr. Parag Bajpai ) देर रात ज्यादा शराब पी चुके थे। इस पर उनकी पत्नी ने उन्हें कमरे में जाकर सोने को कहा। इसके बाद उनके मन में न जाने क्या आया कि बाथरूम में जाकर .32 बोर की अपनी लाइसेंसी पिस्टल से अपनी कनपटी पर गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर पत्नी और उनके बच्चे भाग कर बाथरूम में गए तो वह खून से लथपथ पड़े थे। आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
वाराणसी (Varanasi) भेलपुर थाना क्षेत्र के दुर्गाकुंड स्थित कैवल्यधाम कॉलोनी में डॉ. पराग वाजपेयी ( Dr. Parag Bajpai ) का वैभव अस्पताल है। पत्नी डॉ. वाणी वाजपेयी स्त्री रोग विशेषज्ञ और टीबी श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग बाजपेयी मिलकर अस्पताल का संचालन करते थे। भूतल पर अस्पताल और ऊपरी मंजिल में सपरिवार रहते थे।
परिजनों के अनुसार रोज की तरह रविवार शाम पराग अपने पुराने क्लिनिक गायघाट गए थे। वहां मरीजों को देखा और घर लौटने के बाद अपने अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखा।रात दस बजे के बाद घर लौटे तो नशे की हालत में पराग डायनिंग हाल में फिर से शराब पीने बैठ गए। डायबिटीज बीमारी का हवाला देते हुए पत्नी ने शराब पीने से मना किया तो उन्होंने खुद को गोली मार ली। दूसरे कमरे में सो रही पत्नी और दोनों बेटे अर्जुन व वरूण गोली की आवाज सुनते ही कमरे से भागकर बाहर आए। देखा कि बाथरूम में खून से लथपथ डॉ. पराग पडे़ हुए थे और पास में लाइसेंसी पिस्टल पड़ी थी।
चीख-पुकार सुनकर नीचे अस्पताल के कर्मचारी ऊपर आए और सभी डॉ. पराग ( Dr. Parag Bajpai ) को लेकर बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर भागे। यहां पहुंचते ही चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर भेलूपुर थाने की पुलिस बीएचयू पहुंची और परिजनों से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली।
सोमवार तड़के फॉरेंसिक टीम और डीसीपी काशी अमित कुमार, एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया। फॉरेंसिक टीम ने पिस्टल और अन्य कई सामानों को मौके से जुटाया।
मूलरूप से पक्के महाल के रहने वाले डॉ. पराग के पिता नेत्र सर्जन डॉ. आरएम वाजपेयी का चार माह पूर्व निधन हो गया था। वह पक्के महाल से कैवल्यधाम कॉलोनी में मकान बनवाकर शिफ्ट हो गए थे। डॉ. पराग की दो संतान में बड़ा पुत्र अर्जुन मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। लॉकडाउन के बाद घर से ही ऑनलाइन क्लास कर रहा है।
छोटा बेटा वरुण डीपीएस में कक्षा 12वीं का छात्र है। वाराणसी (Varanasi) पुलिस ने बताया कि चिकित्सक के परिजनों और पत्नी से जानकारी ली गयी है। चिकित्सक को डायबिटीज बीमारी थी, इसे लेकर पत्नी काफी चिंतित रहती थी। खानपान पर अत्यधिक ध्यान देती थी। इसलिए जब अत्यधिक शराब डॉ. पराग ने पीली तो पत्नी नाराज हो गई। इसे लेकर पत्नी और पत्नी के बीच नोकझोंक हुई थी। इसी में उन्होंने लाइसेंसी पिस्टल से कनपटी पर गोली मार आत्महत्या कर ली।