राजस्थान ( Rajasthan ) के कोटा ( Kota) के महावीर नगर में देर रात एक युवक ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide )कर ली। मृतक गजेंद्र (34) गार्ड की नौकरी करता था। गजेंद्र की तीन बेटियां है। उसके घर से एक सुसाइड नोट भी मिला है।
सुसाइड नोट में लिखा है, ‘मैं अपनी जिंदगी से अब दूर जा रहा हूं। इसका जिम्मेदार मैं स्वयं हूं। मुझे लग रहा है कि अब जिंदगी में और मुश्किल बढ़ गई है। इसलिए मैंने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का फैसला कर लिया है। मेरी अंतिम इच्छा है कि मेरी मौत के बाद मेरी पत्नी को इस मकान के बंटवारे का हिस्सा मिले। उसके साथ न्याय हो। एक इच्छा यह भी है कि मेरी पत्नी को मेरे न होने पर विधवा की जिंदगी से बेहतर अपना जीवन साथी चुनने की पूर्ण स्वतंत्रता मिले। इसके लिए कोई बाध्यता नहीं है।
गजेंद्र के बड़े भाई उमेश ने बताया कि उनके कोटा ( Kota) में दो मकान है। पुश्तैनी मकान कोटड़ी इलाके में है, जबकि एक मकान महावीर नगर तृतीय इलाके में है। महावीर नगर वाले मकान में गजेंद्र रहता था। इस मकान को बेचने व लोन लेने की बात चल रही थी, ताकि पारिवारिक समस्या का समाधान हो सके। दोनों भाइयों में किसी तरह का झगड़ा नहीं था।
डेढ़ महीने पहले गजेंद्र की पत्नी की डिलीवरी हुई थी और बेटी को जन्म दिया था। उसकी तीन बेटियां है। बेटियों की उम्र 5 साल, 3 साल और डेढ़ महीने है। जिस दिन गजेंद्र ने सुसाइड किया, पत्नी गोबरिया बावड़ी इलाके में पीहर गई हुई थी। महावीर नगर वाले मकान में नीचे वाले हिस्से में किराएदार रहते हैं। देर रात साले ने गजेंद्र को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। घर जाकर देखा तो कमरे के गेट खुले थे। गजेंद्र पंखे से लटका हुआ था। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। कोटा ( Kota) पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा और अस्पताल की मोर्च्युरी में रखवाया।