मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के आदेश के बाद सम्राट मिहिर भोज ( Mihir Bhoj ) जाति विवाद फिर सुलग उठा। ग्वालियर ( Gwalior ) में शनिवार रात शिला पटि्टका काे ढंकने पहुंचे प्रशासन का गुर्जर( Gurjar )समाज के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। यही नहीं प्रशासन और पुलिस पर पथराव किया। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मौके पर एडिशनल एसपी हितिका वासल, एएसपी सत्येंद्र सिंह तोमर, एएसपी राजेश दंडोतिया, सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार , थाना प्रभारी झांसी रोड आसिफ मिर्जा बेग, कंपू थाना प्रभारी राम नरेश यादव मौके पर पहुंच गए। इस दौरान एएसपी राजेश दंडोतिया घायल भी हो गए। उनके पैर में पत्थर लगे हैं। प्रशासन ने शिला पटि्टका को चारों ओर टीन से ढंक दिया। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। तनाव बना हुआ है।
उपद्रवियों व चक्काजाम करने वालों के करीब ढ़ाई सौ नाम प्रशासन के पास हैं और रिकार्डिंग भी है। ग्वालियर ( Gwalior ) प्रशासन ने दोनों पक्षों से शांति रखने का भरोसा लिया था, लेकिन फिर भी उत्पात हुआ। अब कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह इस मामले में सख्त रूख अपनाते हुए कार्रवाई कराएंगे। उपद्रव करने वालों के घर तोड़े जाएंगे और संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी। घर के अलावा दुकान या संस्थान है तो उस पर भी कार्रवाई होगी। प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है। रासुका की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। इंटरनेट मीडिया पर विशेष निगरानी है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर( Gwalior ) खंडपीठ ने सम्राट मिहिर भोज की जाति विवाद मामले में कमिश्नर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने शनिवार को कहा है कि शिला पट्टिका विवाद का कारण बनी है, इसलिए कमेटी की रिपोर्ट आने तक शिला पटि्टका को ढंक कर रखा जाए। मिहिर भोज ( Mihir Bhoj ) की वीरता और उनके कार्यों से प्रेरणा लेने के लिए मूर्ति को खुला रखें। कोर्ट ने यह भी कहा है कि दोनों समाज के लोगों से संयम बरतने की उम्मीद की जाती है। प्रशासन भी सार्वजनिक स्थान पर कानून व्यवस्था बनाए रखे। मामले में अगली सुनवाई अब 20 अक्टूबर को होगी।
ग्वालियर के समाजसेवी राहुल साहू ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। उनकी ओर से कोर्ट में तर्क दिया गया कि सम्राट मिहिर भोज ( Mihir Bhoj ) की प्रतिमा को लेकर दो समाजों में विवाद चल रहा है। इससे शहर में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ रही है।