उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) ) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri )में रविवार को जमकर बवाल हुआ। आरोप है कि यहां तिकुनिया के बनवीर गांव में धरना दे रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ने कार चढ़ा दी। इसमें पांच किसानों की मौत हो गई हैं और कई घायल बताए जा रहे हैं। इनमें दो मृतक किसान बहराइच के हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए बताया जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। इसके बाद उग्र किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि किसानों ने आशीष की गाड़ी में तोड़फोड़ कर उसे आग के हवाले कर दिया। किसानों की पिटाई में आशीष के ड्राइवर की मौत हो गई है, जबकि सांसद पुत्र गन्ने के खेतों से होते हुए जान बचाकर भाग गए। मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात है।
लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) में रविवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के गांव बनवीर में कई योजनाओं के शिलान्यास का कार्यक्रम तय था। इसमें बतौर मुख्य अतिथि उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शामिल हुए। बताया जा रहा है केशव मौर्य का हेलीकॉप्टर जिस हेलीपैड पर उतरना था, वहां सुबह से ही किसानों ने काले झंडे लेकर धरना शुरू कर दिया। काफी मनाने के बावजूद नहीं हट रहे थे। इस दौरान कई भाजपा के कार्यकर्ता भी पहुंच गए और हंगामा शुरू हो गया। आरोप है कि इसी बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे ने धरने पर बैठे किसानों पर कार चढ़ा दी। इसमें दो किसानों की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य किसान घायल हो गए।
किसानों का आरोप है कि वह कृषि कानूनों के खिलाफ और गृह राज्य मंत्री की किसानों के प्रति की गई टिप्पणी से आहत थे। इसके विरोध में उन्होने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करना तय किया था। इसलिए वह तिकुनिया कस्बे से थोड़ी दूर विद्युत उपकेंद्र के आगे बैरियर के पास खड़े थे, लेकिन उन्हें सूचना मिली थी कि सांसद के गांव बनवीरपुर जाने के लिए डिप्टी सीएम का मार्ग बदल गया है।
इसी दौरान खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू दो गाड़ियों से उसी रास्ते से निकले तो, किसानों ने उनकी गाड़ी को रोककर विरोध करने की कोशिश की। किसानों का आरोप है कि इस बीच सांसद पुत्र के ड्राइवर ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे कई किसान घायल हो गए, जिसमें 5 किसानों की मौत हुई है। एक मृतक किसान गुरविंदर सिंह पुत्र सुखविंदर सिंह निवासी ग्राम मोहनिया कोतवाली नानपारा जिला बहराइच और दलजीत सिंह पुत्र हरी सिंह निवासी ग्राम बंजारा टांडा नानपारा जिला बहराइच का रहने वाला था। वहीं, बजिंदर सिंह ग्राम बैरिया थाना निघासन गंभीर रूप से घायल हैं।इस घटना के बाद गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ी समेत दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
दरअसल, बीते 26 सितंबर को किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को लखीमपुर में संपूर्णानगर क्षेत्र में काले झंडे दिखाए थे। मिश्रा एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से किसानों को धमकी दी थी। कहा था कि किसानों के अगुवा यानी संयुक्त किसान मोर्चा के लोग प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को 10 महीने हो गए।
काले झंडे दिखाने वालों के लिए आगे उन्होंने कहा कि अगर हम गाड़ी से उतर जाते तो उन्हें भागने का रास्ता नहीं मिलता। कृषि कानून को लेकर केवल 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। यदि कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा था कि सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो, वरना हम सुधार देंगे दो मिनट लगेंगे। विधायक-सांसद से बनने से पहले से लोग मेरे विषय में जानते होंगे कि मैं चुनौती से भागता नहीं हूं।
लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के दौरे के मद्देनजर किसानों ने विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई थी, जिसकी जानकारी पुलिस प्रशासन व एलआईयू को भी थी। इसके बावजूद पुलिस और एलआईयू तंत्र मिलकर किसानों के बवाल को रोकने में नाकाम रहा। पर्याप्त पुलिस फोर्स की तैनाती नहीं की गई, जिसका नतीजा यह रहा कि किसानों का प्रदर्शन हिंसक बवाल में तब्दील हो गया। जान-माल का नुकसान होने से जिला व पुलिस प्रशासन की भारी किरकिरी हुई है।
रविवार को सुबह उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के दौरे में आंशिक परिवर्तन भी हुआ, जिससे वह हेलीकॉप्टर के बजाय सड़क के रास्ते कार से लखीमपुर पहुंचे। डिप्टी सीएम वंदन गार्डेन में कार्यक्रम में शामिल हुए तो उधर तिकुनिया में किसान काले झंडे लेकर प्रदर्शन के लिए तैयार थे। दोपहर बाद करीब दो बजे डिप्टी सीएम व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का काफिला तिकुनिया के लिए रवाना हुआ, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही तिकुनिया में बवाल शुरू हो गया।
तिकुनिया में सुबह से ही प्रदर्शनकारी किसान जुटने लगे थे, जिनके हाथ में काले व हरे झंडे थे। हेलीपैड को चारों तरफ से घेर रखा था और डिप्टी सीएम के कार्यक्रम स्थल तक जाने वाले रास्ते पर भी प्रदर्शनकारी खड़े थे। सूत्र बताते हैं कि एलआईयू ने भी बवाल होने की आशंका जताते हुए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी थी, लेकिन अधिकारियों ने उसे हल्के में लिया।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता श्री तेजिंदर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई। उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार तुरंत उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए। बस एक माँग मुख्यमंत्री इस्तीफ़ा दें!
लखीमपुर खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता श्री तेजिंदर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई। उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार तुरंत उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए।
बस एक माँग मुख्यमंत्री इस्तीफ़ा दें। pic.twitter.com/V8FUgdZitQ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 3, 2021