लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) में हुए बवाल के बाद सोमवार को सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav )के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता लखनऊ में सड़क पर उतर गये। राष्ट्रीय अध्यक्ष लखीमपुर जाने के लिए निकले थे। पुलिस ने रोका तो उनके साथ के कार्यकर्ता उग्र हो गये। उन्होंने सपा कार्यालय के पास गौतमपल्ली थाने के सामने खड़ी पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया। देर शाम को इस मामले में लखनऊ पुलिस आयुक्त (Lucknow police commissioner ) डीके ठाकुर के निर्देश पर गौतमपल्ली थाने में दो मुकदमें दर्ज किये गये।
रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुए हादसे और उसके बाद उपद्रव में आठ लोगों की मौत हो गई। देर रात को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav )ने लखीमपुर खीरी जाने का ऐलान किया। सुबह सपा के सैकड़ोें कार्यकर्ता विक्रमादित्य मार्ग स्थित कार्यालय पर पहुंचे। राष्ट्रीय अध्यक्ष काफिला लखीमपुर के लिए निकला तो पुलिस ने कुछ दूरी पर ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया। वहीं पर पुलिस व सपा कार्यकर्ताओं के बीच नोंकझोंक शुरू हुई। मामला काफी बढ़ गया। इसके बाद उग्र सपा कार्यकर्ता पुलिस पर हमलावर हो गये।
वहीं गौतम पल्ली थाने के बाहर खड़ी पुलिस जीप में तोड़फोड़ किया। इसके बाद आग लगा दी। आग की जद में आने के बाद पुलिस के बॉडी प्रोटक्टर सहित कई जरूरी सामान जलकर राख हो गया। देर शाम को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने गौतमपल्ली इंस्पेक्टर सुनील दुबे को इस मामले में दो मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक एक मुकदमा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav )के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का है। वहीं दूसरा मुकदमा पुलिस जीप में आग लगाने व उपद्रव करने का है।
ये नहीं गिरफ़्तारी है
ये तो जंग हमारी है!आज अहंकारी भाजपा का विकृत रूप व चेहरा जनता के सामने किसानों की हत्या के रूप में आया है। भाजपा के समर्थकों के सिर भी शर्म से झुक गये हैं। अन्नदाता के हत्यारों का साथ देने का अपराधबोध उनके गले से एक निवाला भी नीचे उतरने नहीं दे रहा है। pic.twitter.com/H4sPlVuW6r
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 4, 2021