मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के इंदौर (Indore) के नरीमन पॉइंट में रहने वाली 30 साल की शालू निगम(Shalu Nigam ) ने अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सतना की रहने वाली शालू इंदौर की देव एग्रो केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स कंपनी में एचआर मैनेजर थी। तीन दिन पहले ही उसने कंपनी से इस्तीफा दिया था।
सुसाइड से पहले उसने अपने मामा को फोन पर ऑफिस की तनाव को लेकर जिक्र किया था। परिजन ने ऑफिस स्टाफ पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। लसूड़िया पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है। नौकरी छोड़ने के बाद शालू (Shalu Nigam ) से मिलने के लिए उसके बॉस फ्लैट पर भी गए थे।
पुलिस के मुताबिक, शालू (Shalu Nigam ) छोटी बहन शिल्पा के साथ फ्लैट में रहती थी। शिल्पा भी जॉब करती है। सोमवार देर शाम वह ड्यूटी से वापस लौटी तो शालू ने दरवाजा नहीं खोला। उसने पड़ोस के फ्लैट वालों को बुलाया। रोशनदान से झांक कर देखा तो शालू फंदे से लटक रही थी। इसके बाद पुलिस को खबर की। पुलिस को एक डायरी में सुसाइड नोट मिला है। इसमें मर्जी से खुदकुशी की बात लिखी है।
शालू(Shalu Nigam ) के एक रिश्तेदार ने बताया कि वह काम को लेकर तनाव में थी। कुछ दिन पहले उससे फोन पर बात हुई थी, तो वह कंपनी में टेंशन चलने की बात कर रही थी, लेकिन खुलकर उसने कुछ नहीं बताया। उसे कंपनी का मैनेजर और स्टाफ परेशान करता था।

शालू के रिश्तेदार ने बताया कि घटना से एक दिन पहले शालू ने उनसे बात की थी। बोला था- टेंशन में ज्यादा रहती हूं। ऑफिस में टेंशन चल रहा है। लेकिन, स्पष्ट कुछ नहीं बताया। उसका कहना था- मुझे नौकरी नहीं करना है। शालू तीन साल से काम कर रही थी। सुसाइड नोट में क्या है, जानकारी नहीं है। उसने सुसाइड नहीं की है। जब उसे फंदे पर देखा गया तो घुटने नीचे थे। वो सुसाइड नहीं कर सकती। उनसे बात करने के दूसरे दिन की सुबह 11 बजे उसने मां से अच्छे से बात की थी। कहा था- मैं टिकट कराती हूं, तुम चार धाम कर आओ। इसके डेढ़ घंटे बाद 12.30 से उसका फोन बंद आने लगा। बाद में उसकी मौत की खबर मिली।शालू निगम के पिता का नाम कृष्णदत्त निगम है। वह सतना( Satna )शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गढ़िया टोला में रहते हैं। पिता शराब कंपनी में नौकरी करते हैं।