उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आजमगढ़ ( Azamgarh ) जिले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से क्षुब्ध दुष्कर्म पीड़िता( rape victim ) ने शनिवार को थाना परिसर में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि पीड़िता इंसाफ के लिए चार दिनों से लगातार थाने का चक्कर लगा रही थी। मृतका के पति का आरोप है कि दरोगा 4 घंटे तक थाने में बैठाकर रखते थे। समझौते का दबाव बना रहे थे। थाने में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। दफ्तरों का चक्कर लगाकर थक चुकी महिला ने ऐसा कदम उठा लिया।
आजमगढ़ ( Azamgarh ) जिले में मेंहनाजपुर थाने के बार-बार थाने का चक्कर लगाने से आजिज दुष्कर्म पीड़िता ( rape victim ) शनिवार की सुबह लगभग 11 बजे थाने पहुंची। उसने पुलिस पर शिकायत की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए जहरीला पदार्थ खा लिया। इससे थाने में हड़कंप मच गया। उसे तत्काल सीएचसी मेहनाजपुर ले जाया गया जहां के डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
आजमगढ़ ( Azamgarh ) जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दुष्कर्म पीड़िता ( rape victim ) की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी सुधीर कुमार सिंह ने कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में एसआई चुन्ना सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एक सप्ताह से मेहनाजपुर थाने में कोई प्रभारी नहीं है। ऐसेे में एसआई चुन्ना सिंह ही थाने का प्रभार देख रहे थे। तीन टीमें आरोपी की तलाश में लगी हैं।
मेंहनाजपुर के एक गांव की रहने वाली 52 वर्षीय महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि पांच अक्तूबर की रात साढ़े बारह बजे के करीब उसका दरवाजा खटखटाया गया। वह देखने के लिए बाहर निकली। इस दौरान दो लोग मौजूद थे, अपना चेहरा ढंके हुए थे। दोनों ने उसके मुंह को हाथ से दबा दिए और घसीटकर सरकारी स्कूल के पीछे ले जाकर मारपीट की। महिला का आरोप था कि जिस समय लोग उसे मार रहे थे। इसी दौरान एक व्यक्ति का चेहरा खुल गया, जिसे वह पहचान गई। शिनाख्त हो जाने पर उसने रेप किया। थाने में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
घटना के बाद महिला ने डायल-112 को फोन कर बुलाया। पुलिस महिला और उसके पति को लेकर थाने चली गई। जहां चार घंटे तक बैठाया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थाने से इंसाफ न मिलने पर महिला 6 अक्तूबर को सीओ लालगंज से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई, लेकिन सीओ ने भी कोई रुचि नहीं दिखाई। मायूस महिला 8 अक्तूबर को एसपी से मिली। एसपी ने पुन: थाने जाने को कहा। ऐसे में शनिवार को महिला पुन: थाने तो गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि इससे नाराज होकर उसने थाना परिसर में ही जहर खा लिया। हालत खराब होने पर आनन-फानन में पुलिसवाले उसे अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में उसकी मौत हो गई।