मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) की राजधानी भोपाल ( Bhopal ) के आनंद नगर में इंजीनियरिंग छात्र दुष्यंत तिवारी( Dushyant Tiwari ) ने फांसी लगा आत्महत्या (suicide)कर ली। मौके पर पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है- चींटी के मरने से किसी को फर्क नहीं पड़ता। मेरी जिंदगी भी चींटी की तरह हो गई है। जिसे चाहा वह नहीं मिला, अब जान दे रहा हूं..। हालांकि, सुसाइड नोट में उसने वजह स्पष्ट नहीं की है। मौत के लिए उसने खुद को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस को प्रेम-प्रसंग का शक है। पिपलानी पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
थाना प्रभारी अजय नायर ने बताया कि मूलत: पन्ना( Panna ) का रहने वाला दुष्यंत तिवारी ( Dushyant Tiwari ) (19) पुत्र राधा कृष्ण तिवारी विदिशा (Vidisha ) के सम्राट अशोक प्रौद्यौगिकी संस्थान (SATI) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। वह सेकेंड ईयर में था। दुष्यंत के पिता राधाकृष्ण आनंदनगर भोपाल स्थित टीआईटी कॉलेज में सुपरवाइजर हैं। इसके साथ ही पन्ना में सिविल वर्क का ठेका लेते हैं। उन्हें कॉलेज परिसर में ही सर्वेंट क्वार्टर मिला है। सप्ताहभर पहले राधाकृष्ण पत्नी के साथ काम के सिलसिले में पन्ना चले गए हैं। भाई भी घर पर नहीं था। क्वार्टर में दुष्यंत अकेला था।
शुक्रवार सुबह रोजाना की तरह पिता ने उसका हाल-चाल पूछने के लिए फोन लगाया, लेकिन बेटे ने फोन रिसीव नहीं किया। वह शाम तक फोन लगाते रहे। जब बेटे ने फोन रिसीव नहीं किया तो आशंका होने पर उन्होंने परिचित को कमरे तक भेजा। परिचित पहुंचकर देखा तो कमरे का गेट अंदर से बंद मिला। खिड़की से झांककर देखा तो दुष्यंत फंदे से लटका नजर आया। उन्होंने तुरंत ही पुलिस को घटना की जानकारी दी।
सुसाइड नोट में दुष्यंत ( Dushyant Tiwari ) ने लिखा जिस तरह चींटी के मरने पर किसी को फर्क नहीं पड़ता, उसी तरह मेरी मौत से किसी को फर्क नहीं पड़ेगा। जिंदगी चींटी की तरह हो गई है, जिसे चाहा वह नहीं मिला। उसने आत्महत्या की असल वजह नहीं लिखी है। पुलिस सुसाइड नोट के साथ दुष्यंत के मोबाइल की जांच कर रही है।