उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) तिकुनिया कांड मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के घर पर शुक्रवार को दूसरा नोटिस चस्पा होने के बाद मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू ( Ashish Mishra ) शनिवार को क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पर्यवेक्षण समिति के सामने पेश हुआ। देर रात 10 बजे तक 12 घंटे की पूछताछ के बाद जांच टीम ने आशीष को गिरफ्तार कर लिया। डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आशीष को जांच में सहयोग न करने पर गिरफ्तार किया गया है।मर्डर, एक्सीडेंट में मौत, आपराधिक साजिश और लापरवाही से वाहन चलाने की धाराओं में उसे अरेस्ट किया गया है।
आशीष मिश्र को गिरफ्तार कर सोमवार तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब इस मामले पर सोमवार को सुनवाई होगी। तब तक आशीष को न्यायिक हिरासत में रहना होगा। पुलिस आशीष को जिला कारागार लखीमपुर में भेज दिया है।
बताते हैं कि आशीष के वकील ने कस्टडी का विरोध किया था। आशीष के वकील अवधेश कुमार ने बताया कि उसे न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया था। सोमवार 11 अक्तूबर को सुनवाई होगी कि उन्हें पुलिस कस्टडी दी जानी चाहिए या नहीं। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में रहेंगे। पुलिस ने तीन दिन की हिरासत मांगी थी, जिस पर हमने आपत्ति जताई थी। सोमवार दोपहर 1 बजे सीजेएम कोर्ट में उन्हें पेश होना होगा। जिसके बाद कोर्ट तय करेगी कि उनको जेल भेजना है, या पुलिस रिमांड में भेजना है।
शनिवार की सुबह 11 बजे आशीष मिश्र मोनू ( Ashish Mishra )को पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पेश होना था, लेकिन वह तय समय से पहले ही 10 बजकर 38 मिनट पर पिछले रास्ते से पुलिस लाइन पहुंच गए। उनके साथ दो वकील अवधेश सिंह और अवधेश दुबे भी क्राइम ब्रांच के दफ्तर में दाखिल हुए। इस दौरान देर रात तक आशीष मिश्र से पूछताछ चली और करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इस दौरान पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष और डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में जांच टीम में शामिल वरिष्ठ सदस्य आईपीएस सुनील कुमार सिंह, सदस्य अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, सीओ मितौली संदीप सिंह, सीओ गोला एसएन तिवारी, इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच और विवेचक विद्याराम दिवाकर, इंस्पेक्टर खीरी सियाराम वर्मा, जन शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी धर्म प्रकाश शुक्ल, स्वाट टीम प्रभारी एसआई शिवकुमार आदि ने आशीष मिश्र ( Ashish Mishra )से तीखे सवाल किए, जिस पर आशीष मिश्र ने वीडियो फुटेज के साथ अपनी कई दलीलें दीं, लेकिन जांच टीम उनसे असंतुष्ट नजर आई, ऐसा सूत्र बताते हैं।
लगभग 12 घंटे की पूछताछ के दौरान एसपी विजय ढुल सहित कई अन्य अधिकारी क्राइम ब्रांच के दफ्तर से बाहर निकले। पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल बाहर निकले और आशीष को गिरफ्तार करने की जानकारी मीडिया को दी।