वाराणसी (Varanasi) पुलिस लाइन में रविवार को यूपी पुलिस (UP police ) के एक हेड कॉन्स्टेबल ने खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली। गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद से पुलिस लाइन में हड़कंप की स्थिति है। घटना की सूचना पर उच्चाधिकारियों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। सिपाही की आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। केराकत (जौनपुर) निवासी मृत सिपाही अनिल राय पुत्र हरिकेश राय पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की सुरक्षा में ड्यूटी देता था।
वाराणसी (Varanasi) पुलिस के अनुसार उनकी ड्यूटी बिहार की उप मुख्यमंत्री के स्कॉर्ट में लगी थी। दोपहर 12:30 बजे ड्यूटी कर बैरक आ गए थे। अपराह्न में कार्बाइन से खुद को गोली मार ली। कार्बाइन सुरक्षा ड्यूटी के लिए मिला था, जिसे अनिल राय ने जमा नहीं किया था। हेड कॉन्स्टेबल ने कार्बाइन को पेट पर रखकर ट्रिगर दबा दी थी। उसे चार से पांच गोली लगी और मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा कि खुदकुशी करने वाला कॉन्स्टेबल किसी गंभीर बीमारी से परेशान था। परिजनों को सूचित कर दिया गया है।प्रथम दृष्टया गोली कैसे चली इसकी जांच की जा रही है।
वाराणसी (Varanasi) पुलिस आयुक्त अपराध/मुख्यालय सुभाष दुबे ने बताया कि अनिल ने जौनपुर (Jaunpur) के मुर्शिदाबाद में घर बनावाया था। इनके 2 बेटे हैं जो कि ग्रेजुएशन में पढ़ रहे हैं। पत्नि साधना राय दोनों बेटे के साथ जौनपुर में ही रहती थी। पुलिस ने परिजनों को सूचित कर दिया और वे लोग जौनपुर से बनारस आ रहे हैं। सुभाष दुबे ने बताया कि अनिल 1991 बैच में कांस्टेबल के रूप में चयनित हुए थे। अनिल राय को कुछ दिन दिनों एक मंत्री चंदौली आए थे, उनकी ड्यूटी में लगाया गया था। उसी समय से कार्बाइन में 70 गोलियां लोड थीं, जिसमें से 65 गोलियां मौका-ए-वारदात से बरामद हुईं हैं।
पुलिस लाइन में इस तरह की यह तीसरी वारदात है। इससे पूर्व बीते साल 21 सितंबर को बलिया निवासी बब्बन राम नाम के दीवान ने बैरक में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। दूसरी घटना इसी साल 26 अप्रैल 2021 को हुई थी, जब सोनभद्र के सिपाही विनोद कुमार को चुनाव ड्यूटी से लौटते समय रोडवेज बस में गोली चलने से मौत हो गई थी।