उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के मुरादाबाद (Moradabad ) जिले की तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय (TMU) के हॉस्टल में एमडीएस छात्रा डॉ. वैशाली चौधरी( Dr. Vaishali Chaudhary ) का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। रूम पार्टनर की सूचना पर कॉलेज प्रबंधन मौके पर पहुंचा और पुलिस को भी सूचना दी गई। इसके बाद छात्रा के शव को फांसी के फंदे से उतारा गया।मुरादाबाद में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (TMU) की मेडिकल स्टूडेंट डॉ. वैशाली चौधरी ( Dr. Vaishali Chaudhary )की मौत मामले में पुलिस ने दो डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह दोनों डॉक्टर टीएमयू से ही पास आउट हैं। इनके नाम आशीष जाखड़ और समर्थ जौहरी है। इनके खिलाफ IPC 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत केस दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई वैशाली के पिता प्रमोद चौधरी की तहरीर पर पाकबड़ा थाने में हुई है। उन्होंने कहा है कि उनकी बेटी की आशीष जाखड़ और समर्थ जौहरी से बातचीत होती थी। इन दोनों की किसी बात से परेशान होकर ही उसने आत्महत्या की है।
वैशाली के कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को रजिस्टर से एक कागज मिला। इस कागज को पन्नी से कवर करके रखा था। इस पर करीब 200 बार अंग्रेजी में ‘आशीष लव वैशाली’ लिखा हुआ था। पुलिस को छानबीन में पता चला है कि आशीष का पूरा नाम डॉ. आशीष जाखड़ है। उसने 2019 में TMU से ही एमबीबीएस किया था। इसके बाद से वह दिल्ली के किसी अस्पताल में जॉब कर रहा है।
हापुड़ में शिव नगर कालोनी निवासी डॉ. वैशाली चौधरी( Dr. Vaishali Chaudhary ) तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय (टीएमयू) में MDS (मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी) सेकेंड इयर की छात्रा थीं। सोमवार को सुबह करीब 11:30 बजे वैशाली का शव टीएमयू के गर्ल्स हॉस्टल में अपने कमरे में फंदे पर लटका मिला था। वह हॉस्टल की चौथी मंजिल पर रूम नंबर 337 में 2 अन्य छात्राओं के साथ रहती थी। रविवार को वैशाली देहरादून में रहने वाली अपनी पूर्व क्लासमेट डॉ. उर्वशी के साथ हॉस्टल से बाहर गई थी। सोमवार सुबह 8 बजे वह हॉस्टल लौटी थी। जिसके थोड़ी देर बाद ही वैशाली का शव कमरे में फंदे के जरिए पंखे से लटका मिला था।
डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह के आदेश पर रात में ही वैशाली के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम 2 डाक्टरों की टीम ने किया। जिसकी वीडियोग्राफी भी हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिंग बताई गई है। यानी डॉ. वैशाली की मौत फंदे पर लटकने से ही हुई थी।
पुलिस की शुरुआती छानबीन में पता चला है कि डॉ. आशीष जाखड़ भी हापुड़ का ही रहने वाला है। वैशाली और आशीष एक साथ ही टीएमयू आए थे। आशीष ने एमबीबीएस में और वैशाली ने बीडीएस में यहां एडमिशन लिया था।
एफआईआर में दूसरा नाम देहरादून के डॉ. समर्थ जौहरी का है। समर्थ ने भी 2020 में टीएमयू से ही MDS किया है। वैशाली और समर्थ में खूब बातचीत होती थी। वैशाली के पिता ने समर्थ पर भी शक जाहिर किया है। उन्हें आशंका है कि समर्थ और आशीष की किसी हरकत या बात ने ही उनकी बेटी को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया है।