उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर ( Kanpur )के ईश्वर चंद्र दीक्षित (52) ने जिंदगी भर कमाई से घर बनाने के लिये प्लाट खरीदा था जिस पर पुलिस की मदद से दबगों ने कब्जा कर लिया।प्लाट के बैनामा के कागज लेकर पुलिस थाने के चक्कर काटता रहा किसी ने सुनी तो परेशान दीक्षित ने कानपुर के चकेरी श्यामनगर चौराहे पर रविवार को अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लिया।गंभीर हालत में उन्हें हैलट में भर्ती कराया गया है,जहां उनकी मौत हो गयी।
बताया गया कि ईश्वर चंद ने आजाद नगर गंगापुर थाना बिधनू में 2017 में सुनीता वर्मा से 200 वर्ग गज का प्लाट खरीदा था।जिस पर बाउंड्री वॉल कराने के लिए वह दशहरे पर गए थे। इस दौरान पूजन आदि हो रहा था। तभी श्यामनगर नगर निवासी घनश्याम सिंह वहां पहुंचे। उन्होंने प्लाट के अपना होने का दावा किया। उन्होंने बताया कि इस प्लाट को श्याम नगर निवासी जितेंद्र दीक्षित उर्फ जीतू से खरीदा था। इसके बाद घनश्याम सिंह ने पुलिस बुलाकर काम रुकवा दिया।
मामले में ईश्वरचंद दीक्षित विधनू थाने पहुंचे। उन्होंने अपनी रजिस्ट्री आदि कागजात सम्मिट किए। लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद वे इसके बाद वे विधनू थाने के चक्कर काटते रहे। निराश होकर उन्होंने कानपुर ( Kanpur ) में रविवार सुबह श्यामनगर चौराहे पर पेट्रोल डालकर खुद पर आग लगा जान दे दी।
कानपुर ( Kanpur ) में सोमवार को ईश्वर चंद दीक्षित (52) के आत्मदाह करने के मामले में आक्रोशित लोगों का गुस्सा इस कदर फूटा कि प्रशासन को संभालना मुश्किल पड़ गया । हाईवे जाम किया और बवाल बढ़ा तो श्याम नगर बाईपास पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से जमकर नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई।सैकड़ों की भीड़ जुट गई। अफसर परिजनों और प्रदर्शनकारियों को दो घंटे तक समझाने में जुटे रहे लेकिन वह नहीं माने। हाईवे जाम होने पर पुलिस फोर्स ने भीड़ को जबरन हटाने का प्रयास किया तब भी भीड़ नहीं मानी। आखिर में पुलिस को पीछे हटना पड़ा। रात करीब आठ बजे किसी तरह से लोगों को समझाने में अफसर सफल हो सके। तब शव घर ले जाया गया। पुलिस ने आजाद नगर चौकी इंचार्ज पर भी एफआईआर दर्ज की। उसको निलंबित कर दिया। करीब छह घंटे बाद प्रदर्शन खत्म कराया जा सका।
सोमवार को उनकी पत्नी रानी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। तहरीर के मुताबिक उनके पति ने 2017 में बिधनू के गंगापुर कालोनी में 200 गज का प्लाट खरीदा था। दशहरे के दिन वह प्लाट पर पूजन कर बाउंड्री वाल करवाने गए थे। इस दौरान घनश्याम सिंह गौड़, बल्लू द्विवेदी, सोसाइटी के सचिव जितेंद्र दीक्षित समेत पांच अज्ञात लोगों ने पहुंचकर मारपीट की थी। न्यू आजाद नगर चौकी प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह ने सिपाहियों को भेजकर काम रुकवा दिया। आरोप है कि पति ने चौकी जाकर मकान के कागजात दिखाए तो उन्होंने पति से अभद्रता की और मकान बनवाने पर कानूनी कार्रवाई करने की बात की। इससे पति मानसिक तनाव में आ गए। आरोपितों द्वारा प्रताड़ित करने पर उन्होंने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद सोमवार को पत्नी की तहरीर पर आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।एसपी आउटर ने दरोगा पुष्पेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है। घनश्याम की गिरफ्तारी कर ली गई है। नामजद कई और आरोपी हिरासत में लिए गए हैं।